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स्वास्थ्य: सब्जियों के नाम पर धीमा जहर खा रहे लोग

शाहजहांपुर,आम आदमी की जान के दुश्मन बने मुनाफाखोर सब्जियों में जहरीले रसायनों का प्रयोग कर सेहत के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। इससे होशियार रहने की जरूरत है। कहीं ऐसा ना हो ताजी हरी सब्जियां और फलों के रूप में जहर खाकर हम अपने स्वास्थ्य को दांव पर लगा दें।

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Anurag Mishra
हरी सब्जियां

बाजार में मिलने वाली चमकदार हरी सब्जियां Photograph: (Internet media)

शाहजहांपुर।वाईबीएन संवाददाता

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स्वास्थ्य और फिटनेस के चक्कर में इन चमकदार हरी सब्जियों और फलों के धोखे में ना आना । कहीं ऐसा न हो इस चमक दमक के चक्कर में आप अपने स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने लगे। जी हां आम आदमी की जान के दुश्मन मुनाफाखोर सब्जियों और फलों में जहरीले रसायनों का प्रयोग कर आपकी सेहत के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। इनसे बेहद होशियार रहने की जरूरत है। चमकीले टमाटर बैंगन भिंडी शिमला मिर्च परवल खरीदना है तो इनकी चमक पर ना जाएं मुनाफाखोरों ने दैनिक उपयोग की तमाम वस्तुओं सहित खान-पान की सभी चीजों को अपनी गिरफ्त में ले रखा है। बाजार में हर तरफ नकली और मिलावटी चीजों की भरमार है। 

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ऑक्सीटोसिन, वैक्स और और टाटराजीन का हो रहा प्रयोग 

ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन का उपयोग जहां दूध निकालने में होता था अब लौकी कद्दू खीरा ककड़ी खरबूजा तरबूज टमाटर को जल्दी पकाने और बड़ा करने के लिए हो रहा है। इस इंजेक्शन का प्रयोग करने के बाद लौकी तुरई कद्दू तथा फलों के आकार में कम समय में अप्रत्याशित बढ़ोतरी होती है इससे मुनाफाखोरों जज का मुनाफा और अधिक बढ़ जाता है। बैगन और टमाटर को वैक्स लगाकर चमकाया जा रहा है। भिंडी परवल लौकी तुरई में टाटाराजीन केमिकल लगाकर उसे हार बनाया जा रहा है। उपभोक्ताओं को आकर्षित कर अधिक मुनाफा कमाने की दौड़ में सेहत बिगड़ने का खतरा बढ़ता जा रहा है। 

केमिकल युक्त सब्जियां और फलों के दुष्प्रभाव 

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केमिकल युक्त फलों और सब्जियों के प्रयोग से कई तरह के नुकसान हो सकते हैं। इनमें कैंसर लकवा दिलकी बीमारियां विकलांगता और स्मरण शक्ति की कमजोरी शामिल हैं। विशेषज्ञों के अनुसार कार्बाइड से पकाए गए फल और सब्जियों में विटामिन थायमिन नाइसिन राइबोफ्लेविन तथा कुछ खनिज पदार्थ नष्ट हो जाते हैं। ऐसे फल और सब्जियां शरीर में गर्मी उत्पन्न करते हैं। हृदय और नदी की गति को तेज कर देते है जबकि देसी तरह से पल में पकाए गए फलों में पोषक तत्वों का  ह्रास नहीं होता है।

केमिकल युक्त सब्जियां और फलों की पहचान 

-सब्जियों और फलों को रंग और चमक देखकर नहीं बल्कि सूंघकर और देखकर पहचानना चाहिए 

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-रंग या केमिकल की जांच के लिए पानी में छोड़ दें अगर उसमें रंग निकलता है तो वह खाने योग्य नहीं है। 

-आमतौर पर कटे-फटे पत्तों और कीड़े द्वारा कटी सब्जियां को ग्राहक पसंद नहीं करते यह अन्य चमकीली सब्जियों के मुकाबले कम नुकसानदेह होती हैं क्योंकि कीड़े उसी सब्जी में लगते हैं जिसमें केमिकल नहीं होता है।

-देसी सब्जियों मे खुरदरापन होता हैं। देसी टमाटर एकदम गोल चमकदार नहीं होगा। ऐसी सब्जियों की महक भी अलग होती है प्रयाग खुरदरी सब्ज़ियों से परहेज करते हैं। कीटनाशक लगाकर उगाई गई सब्जियों का प्रयोग कम से कम एक सप्ताह बाद करना चाहिए।

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बचने के उपाय 

-सब्जियों और फलों को बहते हुए जल में अच्छी तरह से धोना चाहिए और खाने से कम से कम कम से कम 20 मिनट पहले भिगो देना चाहिए ताकि उसमें मौजूद हानिकारक तत्व निकल जाएं।

-सब्जियों एवं फलों को बेकिंग सोडा नमक या सिरके के पानी में कम से कम 20 मिनट तक भिगोकर धो लेना चाहिए।

-सब्जियों और फलों की सतह पर दिखने वाले कीटनाशक चलकर हटा दें। 

-सब्जियों और फलों को गर्म पानी या बाप में थोड़ी देर उपचार करें।

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डॉक्टर अंकुर
डॉ अंकुर शर्मा श्रीहरि चिकित्सालय Photograph: (स्वयं)

 

देसी सीजनल सब्जियों का प्रयोग करें

बाजार में हानिकारक रसायन से युक्त सब्जियां और फल हमारे स्वास्थ्य के  लिए नुकसानदेह हो सकते हैं। सब्जियों और फलों की चमक पर जाने की जरूरत नहीं देसी और सीजनल सब्जियों का प्रयोग करें। खाने से पहले रनिंग वाटर में अच्छी तरह धो लें और हो सके तो ऑर्गेनिक सब्जियों का सेवन करें। फलों और सब्जियों को हल्दी के पानी बेकिंग सोडा या सिरके से साफ करके उपयोग में लाएं। 

-डॉ अंकुर शर्मा 

 

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