/young-bharat-news/media/media_files/2025/07/02/bsa-office_637a79ae7314e9c40340ef2ad919466c-2025-07-02-11-23-17.jpeg)
Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क)
शाहजहांपुर वाईबीएन संवाददाता। प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया जा रहा है। सरकार ने निर्णय लिया है कि स्कूलों के विलय के बाद बंद होने वाले प्राथमिक विद्यालयों को पूरी तरह बंद नहीं किया जाएगा। इन विद्यालय भवनों का उपयोग अब प्री-प्राइमरी आंगनबाड़ी केंद्र और पुस्तकालय के रूप में किया जाएगा।इस योजना के अंतर्गत राज्य में शिक्षा के प्रारंभिक स्तर को सशक्त बनाने के लिए आंगनबाड़ी केंद्रों में प्री-प्राइमरी कक्षाएं संचालित की जाएंगी। इसके लिए विशेष रूप से ईसीसीई (अर्ली चाइल्डहुड केयर एंड एजुकेशन) एजुकेटर और अनुदेशकों की नियुक्ति की जाएगी। सरकार द्वारा कुल 208 नए पदों पर भर्ती की तैयारी की जा रही है, जिनमें 153 पद ईसीसीई एजुकेटर के और 40 पद अनुदेशकों के होंगे। शेष अन्य सहायक स्टाफ की नियुक्ति भी की जाएगी।
इस निर्णय का उद्देश्य न केवल शिक्षा का स्तर सुधारना है, बल्कि बंद हो चुके स्कूलों के भवनों का बेहतर उपयोग सुनिश्चित करना भी है। इन भवनों में स्थापित किए जाने वाले पुस्तकालय विद्यार्थियों और ग्रामीण समुदाय के लिए ज्ञान का केंद्र बनेंगे, जिससे बच्चों में पढ़ने की आदत को प्रोत्साहन मिलेगा।सरकार ने इस योजना के लिए भर्ती प्रक्रिया का विज्ञापन जल्द ही जारी करने की तैयारी शुरू कर दी है। विभागीय अधिकारियों के अनुसार, चयन प्रक्रिया पारदर्शी होगी और योग्य उम्मीदवारों को प्राथमिकता दी जाएगी।यह कदम ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर बनाने में मील का पत्थर साबित हो सकता है। साथ ही, बंद स्कूल भवनों का सार्थक उपयोग करते हुए उन्हें शिक्षा के नए केंद्र के रूप में पुनर्जीवित करने की दिशा में यह एक सकारात्मक प्रयास है।
यह भी पढ़ें:-
डॉक्टर्स डे पर शाहजहांपुर में 25 से अधिक चिकित्सकों को किया गया सम्मानित
Breaking News: शाहजहांपुर में दिनदहाड़े फायरिंग, युवक को मारी गोली, हालत नाजुक
डॉक्टर बना 'नकली नोटों' का उस्ताद, लग्जरी कार में छापता था नोट– शाहजहांपुर पुलिस ने किया पर्दाफाश
Shahjahanpur News : हाईवे पर अवैध वसूली करते समय शाहजहांपुर पुलिस ने दबोचे कार सवार