Advertisment

रामलीला : मेरी तो नाक कटी ही कटी, अब अपनी नाक संभालो तुम..... ‎लक्ष्मण ने नाक काटने पर शूर्पणखा ने रावण को दिया ताना, पहुंची खर, दूषण के पास

ओसीएफ रामलीला में शनिवार को शूपर्णनखा नासिका भंग व राम की ऋषि अगस्त्य से भेंट लीला का भावपूर्ण मंचन किया गया। इस दौरान अगस्त्य मुनि से श्रीराम की भेंट व दिव्य धनुष, बाण और कवच प्रदान करने तथा पंचवटी के दृश्य को भी दर्शाया गया।

author-image
Narendra Yadav
ओसीएफ रामलीला में सुपर्णखा नासिका भंग का मंचन करते कलाकार

ओसीएफ रामलीला में सुपर्णखा नासिका भंग का मंचन करते कलाकार Photograph: (ओसीएफ)

शाहजहांपुर, वाईबीएन संवाददाता :  ओसीएफ रामलीला में लगातार भीड बढती जा रही है। शनिवार को शुपर्णखा मंचन का शुभारंभ किया गया। इस दौरान ‎वनवास के दौरान श्रीराम, सीता और लक्ष्मण पंचवटी पहुंचे दृश्य से हुआ इसके उपरांत । यहां ऋषि अगस्त्य से भेंट हुई। अगस्त्य मुनि ने श्रीराम को दिव्य धनुष, बाण और कवच प्रदान किए। इस दौरान पंचवटी को निवास हेतु उपयुक्त बताया। इस दौरान भगवान राम व लक्ष्मण के हाथों पंचवटी में कुटिया का निर्माण के दृश्य को दर्शाया गया। 

इस कारण लक्ष्मण ने काटी शुपर्णखा की नाक



‎पंचवटी में रहते हुए सीता का सौम्य एवं धर्मनिष्ठ जीवन राम और लक्ष्मण संग चलता रहा। इसी बीच राक्षसी सूर्पनखा वहाँ आई और श्रीराम पर मोहित होकर उनसे विवाह का प्रस्ताव रखा। राम ने उसे विनोदपूर्वक लक्ष्मण के पास भेजा। लक्ष्मण ने उसकी खिल्ली उड़ाई, जिससे वह क्रोधित हो सीता पर आक्रमण करने लगी। तभी लक्ष्मण ने उसके नाक-कान काटकर दंडित किया।

‎अपमानित सूर्पनखा अपने भाई खर-दूषण के पास पहुंची और प्रतिशोध लेने को उकसाया। खर-दूषण ने विशाल राक्षस सेना संग पंचवटी पर आक्रमण किया। भगवान श्रीराम ने अपने अद्भुत पराक्रम से एक ही दिन में खर, दूषण और त्रिशिरा का वध कर दिया। इस प्रकार पंचवटी का वन श्रीराम की प्रतिज्ञा और पराक्रम से पवित्र हो उठा।‎ ‎रामायण के इस प्रसंग में राम का धर्मनिष्ठ जीवन, राक्षसों पर विजय और सीता की मर्यादा की रक्षा का अद्भुत चित्रण मिलता है।

मंचन में इनका रहा मुख्य सहयोग

मंचन को सफल बनाने में निर्देशक अंकित सक्सेना , सह निर्देशक सुहेल मोहम्मद मंच संचालक सतीश कुमार सक्सेना एवं यशपाल कुकरेजा , मेकअप आर्टिस्ट सुनील गुप्ता , सोमेश , शालिनी  , बैकग्राउंड कंप्यूटराइज्ड म्यूजिक ऑपरेटर सोहम वर्मा , हारमोनियम वादक राम लखन , नाल वादक सनी राठौर , नक्कारा वादक महेश  , पार्श्व गायिका राधा देवी  , मंच के साज सज्जा कार्य अर्जुन सिंह यादव की टीम , वेशभूषा स्टोर व्यवस्था विनोद पांडे , सुमित राणा , विजय राणा , धर्म किशोर कुशवाहा फोटोग्राफी कार्य देवेश का विशेष सहयोग रहा ।

यह कलाकार रहे शामिल 

‎ श्री रामलीला मंचन में , श्री राम रोहित सक्सेना , लक्ष्मण - विष्णु देवेंद्र पाल , भरत- इंद्र अंकित अवस्थी,  शत्रुघ्न रोहित सक्सेना 2 , दशरथ- साधु रावण पैट्रिक दास , शिव -  लंकेश - आचार्य रावण अंकित सक्सेना ,  हनुमान- विश्वामित्र मोहित कन्नौजिया , गुरु वशिष्ठ- सुतीक्ष्ण- अंगद- यज्ञवल संदीप कुमार आर्य, केवट हाड़दंग- बहादुर अरुण डी आर , परशुराम-विभीषण- मारीच अरशद आजाद,  अगस्त मुनि- भारद्वाज सरदार एस-एल सिंह,  राजा हिलडुल सिंह महेंद्र दीक्षित, मेघनाथ - सुमंत कौशलेंद्र पांडे , बाली-वीरभद्र प्रमोद कुमार सक्सेना , हास्य अभिनेता बटेश्वर दयाल,  कुंभकरण- खर लक्ष्मण मिश्रा, जनक सुहेल मोहम्मद, दूषण - सुग्रीव सुभाष श्रीवास्तव,  नारद- नृत्य राजेश भारती , लंकनी- - सुरसा - मगरी विनय कुमार शर्मा , बसंत-शबरी नरेंद्र सिंह नागेश , केसरी - तड़का - कुरूप सूर्पनखा,  शुभम सक्सेना , निषादराज - राजकुमार - मंत्री ईश्वरदिन ,  समुद्रदेव - अग्निदेव - कामदेव जय सिंह , ऋषि- राजा- मंत्री मनोज कश्यप , राजकवि सुमित राणा , मनु - सुषेणवैध विनोद पांडे,  नील- ऋषि- प्रहरी अर्जुन ,  ऋषि - प्रहरी - सैनिक रामविलास , राजा- सैनिक अमित वर्मा , कुबेर - राजा - मंत्री मोहित बाजपेई , सैनिक - ऋषि- प्रहरी अर्जुन वर्मा ,  सैनिक- ऋषि रवि कुमार शर्मा, सैनिक - ऋषि - राजा मंत्री शोभित पांडेय ,  पुरवासी - सैनिक - प्रहरी अवनीश कुमार,  उपकार , अरविंद राजा - मंत्री - ऋषि अजीत श्रीवास्तव , राजा - मंत्री अंशुल दीक्षित , सैनिक - ऋषि - मंत्री अभय कश्यप,  अनूप मिश्रा,  लक्ष्य शर्मा , शैलेंद्र पटेल , शिवम आदि पुरुष कलाकार , एवं  सीता रानी मिश्रा,  सती - उमा - सुमित्रा , सुलोचना अनामिका वर्मा , कैकई साधना , विश्व मोहिनी - उर्मिला - तारा - सुंदरी सूर्पनखा चांदनी ,  कौशल्या - मंथरा वर्षा , जनक पत्नी - दक्ष पत्नी - अनसूया - केवट पत्नी रजनी अग्निहोत्री , नृत्य गान सखी मानसी,  मधु , नैंसी राठौर शतरूपा लक्ष्मी सक्सेना ,  गंगा अनन्या,  गौरी अवनी , नृत्य - गान - सखी विनीता, रंजना, उजाला, आदि महिला कलाकार पात्रों को निभा रहे हैं ।

Advertisment

यह भी पढें

ramleela ः हंगामा व वार्ता के बाद पुवायां में शुरु हुआ रामलीला मंचन और मेला

रामलीला : खिरनी बाग में दशरथ मरण की लीला देख भर आयी आंखे, ओसीएफ में चित्रकूट में भरत मिलाप का भावपूर्ण मंचन

Moradabad: मुरादाबाद में रामलीला का मंचन: राजतिलक से वनवास तक


Advertisment
Advertisment