Advertisment

याद रखें, समयानुसार दधीचि, चाणक्य भी रहे भगवान परशुराम के वंशज, समाजसेवी राजाराम मिश्रा का कृतित्व-व्यक्तित्व अनुकरणीय

ब्राह्मण समाज को एकत्व, प्रियत्व व समत्व सूत्र के साथ एक मंच पर लाने वाले पंडित राजाराम मिश्र की जयंती काव्य संध्या के रूप में मनाई गई। रवि मिश्र, डा विजय पाठक के सहयोग से आयोजित कार्यक्रम में सभी ने महापरुषों के पदचिन्हों पर चलने का संकल्प लिया।

author-image
Narendra Yadav
समाजसेवी राजाराम मिश्रा की जयंती पर आयोजित काव्य संध्या में कवियों को सम्मानित करते ब्राहमण समाज के पदाधिकारी

समाजसेवी राजाराम मिश्रा की जयंती पर आयोजित काव्य संध्या में कवियों को सम्मानित करते ब्राहमण समाज के पदाधिकारी Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क)

Listen to this article
0.75x1x1.5x
00:00/ 00:00

शाहजहांपुर, वाईबीएन संवाददाताः भगवान परशुराम धाम पर ब्राह्मण समाज को एकजुट करने वाले पंडित राजाराम मिश्र की जयंती को काव्य संध्या के रूप में मनाया गया। उनकी स्मृति में आयोजित कार्यक्रम की नींव रखी उनके पुत्र रवि मिश्र एडवोकेट, समाजसेवी चिकित्सक डॉ विजय पाठक तथा युवा कवि पीयूष शर्मा ने। इस दौरान आयोजकों ने कवियों को सम्मानित भी किया। 

परशुराम पर आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ कीर्तिशेष पंडित राजाराम मिश्रा के मूर्ति पर माल्यार्पण व पुष्पार्चन से। इसके बाद सभी ने भगवान परशुराम के जीवन दर्शन से सीख के साथ ही एकता का संकल्प लिया। इस अवसर पर मुख्य वक्ता समाजसेवी चिकित्सक डा विजय पाठक ने कहा कि हमारा समाज समयानुसार दधीचि भी बना और चाणक्य भी। हर काल में हमने समाज को कुछ कुछ दिया। अपनी श्रेष्ठता को सिद्ध किया। कुछ लोग जब पूरे समाज को इंगित करते हैं.. तो समयानुकूल जवाब देने के लिए संगठन को तैयार रहना चाहिए। उनके पुत्अर व अधिवक्ता रवि मिश्र ने सभी कवियों का स्वागत किया।

इन कवियों को किया सम्मानित 

समाजसेवी पंडित राजाराम मिश्रा की जयंती पर आयोजिक काव्य संध्या में कवियों को सम्मानित करते ब्राह़मण समाज के पदाधिकारी
समाजसेवी पंडित राजाराम मिश्रा की जयंती पर आयोजिक काव्य संध्या में कवियों को सम्मानित करते ब्राह़मण समाज के पदाधिकारी Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क)

इस दाैरान कवि सुशील विचित्र की अध्यक्षता में आयोजित काव्य संध्या में सरोज मिश्र, अजय अवस्थी अनुरागी, प्रशांत वाजपेई, अभिषेक अग्निहोत्री, सुनील वाजपेई, चंद्रमोहन पाठक, उमेश त्रिगुणायत ने काव्यपाठ किया। संचालन पीयूष शर्मा ने किया। सभी कवियों का पटका और स्मृति चिन्ह देकर सम्मान किया गया। पूर्व प्रधानाचार्य केशव चंद्र मिश्र ने लोकतंत्र सेनानी राजाराम मिश्र के जीवन वृत्त पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर डॉ केके शुक्ला, ब्लॉक प्रमुख श्रीदत्त शुक्ल, छावनी परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष अवधेश दीक्षित, डॉ संजय पाठक, डॉ राकेश दीक्षित, सतेंद्र प्रकाश शुक्ला एडवोकेट, उपेन्द्र पाल, कौशल मिश्र, राजकमल वाजपेई, प्रमोद प्रमिल, जेपी मिश्र, भावशील शुक्ल एडवोकेट, रवि मिश्र, आलोक मिश्रा, गोपाल शर्मा, राकेश पांडेय, आशुतोष शुक्ला सहित काफी संख्या में प्रबुद्ध जन मौजूद रहे।

Advertisment

यह भी पढें 

जरा याद करो कुर्बानीः काकोरी ट्रेन एक्शन के नायकों को मंत्री सुरेश खन्ना समेत जन प्रतिनिधियों, अधिकारियों ने समाजसेवियों ने किया नमन

तेजस्वी यादव का रक्षाबंधन संदेश: मेरे नाम की भी राखी बांधें, बिहार की हर बहन को मिलेगा 2500 रुपये प्रति महीना

Advertisment
Advertisment