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साध्वी प्राची नेसावन में मांस की दुकानों पर रोक लगाने की मांग भी की। Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क)
शाहजहांपुर वाईबीएन संवाददाता। अपने विवादित बयानों को लेकर हमेशा चर्चा में रहने वाली हिंदू नेता साध्वी प्राची ने शाहजहांपुर में एक बार फिर तीखी टिप्पणी की। एसपी ऑफिस के बाहर मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि मदरसे अब धार्मिक शिक्षा के केंद्र नहीं रहे, बल्कि आतंकवाद की फैक्ट्री बन चुके हैं। यहां बच्चों को कुरान की नहीं बल्कि धर्मांतरण और नफरत की शिक्षा दी जाती है। साध्वी प्राची ने कट्टरपंथियों को चेताते हुए कहा, "मैं जिहादियों से कहना चाहती हूं सुधर जाओ अभी भी समय है। वरना 72 हूरों के दर्शन बहुत जल्द करवा दिए जाएंगे।
यह बयान उन्होंने उस समय दिया जब वह शाहजहांपुर एसपी ऑफिस में अपने परिजनों पर हुए हमले की शिकायत लेकर पहुंची थीं। उन्होंने आरोप लगाया कि उनके भाइयों पर जानलेवा हमला किया गया एक पर ट्रैक्टर चढ़ाने की कोशिश हुई, फरसे से हमला किया गया और फायरिंग भी हुई।उन्होंने बताया कि उन्होंने एसपी से मिलकर मामले की गंभीरता से जांच और सख्त कार्रवाई की मांग की है। साथ ही चेतावनी दी कि अपराधियों को अब उनकी भाषा में जवाब मिलेगा।
सावन के पावन महीने को लेकर साध्वी प्राची ने मांस की दुकानों पर प्रतिबंध की मांग की। उन्होंने कहा कि "सावन में मांस की दुकानें नहीं खुलनी चाहिए। कुछ लोग हिंदू नामों का इस्तेमाल कर ‘शुद्ध शाकाहारी भोजनालय’ की आड़ में कुछ और बेच रहे हैं। ऐसे लोगों की जांच होनी चाहिए और उन पर सख्त कार्यवाही की जानी चाहिए।"उन्होंने दो टूक कहा, "अगर किसी को हिंदू नाम से इतना प्रेम है तो वह घर वापसी कर ले। लेकिन झूठी पहचान के सहारे व्यापार करने वालों के लिए अब उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में कोई जगह नहीं है।"