शाहजहांपुर, वाईबीएन संवाददाता
शाहजहांपुर में शिक्षा का अधिकार अधिनियम (आरटीई) के तहत चौथे चरण की प्रवेश प्रक्रिया संपन्न हो गई है। इस चरण की लॉटरी में कुल 459 बच्चों का चयन किया गया है, जबकि 18 आवेदन विभिन्न कारणों से निरस्त कर दिए गए हैं। चयनित बच्चों को निजी स्कूलों की आरक्षित 25 प्रतिशत सीटों पर प्रवेश मिलेगा। प्रवेश पत्र जिलाधिकारी के अनुमोदन के बाद जारी किए जाएंगे।
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लॉटरी
बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, इस बार आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के बच्चों के लिए निजी स्कूलों में प्रवेश हेतु पहली बार चार चरणों में आवेदन की सुविधा प्रदान की गई थी। चौथे चरण के लिए आवेदन 19 मार्च तक स्वीकार किए गए थे, जिसमें कुल 645 लोगों ने आवेदन किया था।
आवेदन प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद, दस्तावेजों का सत्यापन किया गया और फिर लॉटरी निकाली गई। इस लॉटरी में 459 बच्चों के नाम अंतिम रूप से चयनित हुए। सत्यापन प्रक्रिया के दौरान 18 आवेदन अपूर्ण या गलत जानकारी के कारण निरस्त कर दिए गए।
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चयनित बच्चों की सूची बीएसए कार्यालय के नोटिस बोर्ड पर चस्पा कर दी गई है, ताकि अभिभावक आसानी से जानकारी प्राप्त कर सकें। इससे पहले तीन चरणों की लॉटरी प्रक्रिया भी सफलतापूर्वक संपन्न हुई थी। पहले चरण में लॉटरी के माध्यम से 365, दूसरे चरण में 420 और तीसरे चरण में 414 बच्चों का चयन किया गया था।
आवेदन प्रक्रिया को सुगम बनाने के लिए आय प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र, बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र और आधार कार्ड जैसे आवश्यक दस्तावेजों की जानकारी पहले ही सार्वजनिक कर दी गई थी।
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बीएसए ने बताया कि जिलाधिकारी से अनुमोदन प्राप्त होने के बाद चयनित बच्चों के प्रवेश पत्र जारी कर दिए जाएंगे, जिसके बाद अभिभावक संबंधित निजी स्कूलों में संपर्क करके अपने बच्चों का प्रवेश सुनिश्चित करा सकेंगे। शिक्षा विभाग इस पूरी प्रक्रिया को पारदर्शी और सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए प्रयासरत है, ताकि अधिक से अधिक जरूरतमंद बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिल सके।
यह पहल आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के बच्चों को निजी स्कूलों में शिक्षा प्राप्त करने का एक महत्वपूर्ण अवसर प्रदान करती है, जिससे शिक्षा के क्षेत्र में समानता को बढ़ावा मिलता है। शिक्षा विभाग आगे भी आरटीई के नियमों का पालन करते हुए पात्र बच्चों को प्रवेश दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है।
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