Shahjahanpur News : डॉ. सुदामा प्रसाद विद्यास्थली पर कब्जे का आरोप, प्रबंधन समिति में खींचतान
शाहजहांपुर की प्रतिष्ठित शिक्षण संस्था डॉ. सुदामा प्रसाद विद्यास्थली में वर्तमान और पूर्व प्रबंधन समिति के बीच विवाद गहराता जा रहा है। प्रधानाचार्या पर स्कूल में कब्जे का आरोप, जबकि वर्तमान समिति ने इसे साजिश बताया सभी आरोपों को खारिज किया है।
महानगर की प्रतिष्ठित शिक्षण संस्था डॉ. सुदामा प्रसाद विद्यास्थली इन दिनों गहरे विवाद में घिर गई है। स्कूल के पूर्व और वर्तमान प्रबंधन समिति के बीच चल रही रस्साकशी अब सार्वजनिक रूप ले चुकी है।
प्रधानाचार्या पर गंभीर आरोप
वर्तमान प्रबंध समिति ने प्रधानाचार्या पर आरोप लगाया है कि उन्होंने पूर्व प्रबंधन समिति के सहयोग से गुंडों को बुलाकर स्कूल पर कब्जा करने की कोशिश की। इसके लिए एक सीसीटीवी फुटेज भी जारी किया गया है, जिसमें कुछ संदिग्ध लोग थार गाड़ी से उतरते हुए दिखाई दे रहे हैं।
Advertisment
इसके अलावा, वर्तमान समिति का कहना है कि शिक्षकों के मानदेय, बच्चों की फीस और शासन से मिलने वाली सुविधाओं में अनियमितताओं का मामला भी सामने आया है।
विद्यालय के प्रबंधक संजय कुमार गुप्ता ने बताया कि विरोधी गुट के संतोष कुमार पांडे और राजेश शर्मा प्रधानाचार्या के साथ मिलकर विद्यालय पर कब्जा करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि न्यायालय के आदेश विद्यालय के पक्ष में हैं और जो भी झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं, उनकी जांच चल रही है।
एडमिनिस्ट्रेटिव ऑफिसर वंदना गुप्ता ने चिंता जताते हुए कहा कि इस विवाद से बच्चों का भविष्य खतरे में पड़ सकता है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि प्रधानाचार्या पूर्व प्रबंधन समिति के साथ मिलकर स्कूल की छवि धूमिल करने में लगी हैं।
विद्यालय के डायरेक्टर राहुल मिश्रा ने इस विवाद के पीछे शहर के चर्चित भूमाफिया और पूर्व प्रबंधन समिति का गठजोड़ बताया। उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट की डबल बेंच के आदेश के अनुसार एसडीएम ने 27 जनवरी को प्रबंधन समिति के विवाद का निस्तारण कर दिया था।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि वीरेंद्र कुमार गुप्ता, महेंद्र खंडेलवाल और संतोष पांडे जैसे लोग विद्यालय की ज़मीन पर कब्जा कर उसे प्लाटिंग में बदलना चाहते हैं, इसलिए तरह-तरह के षड्यंत्र रचे जा रहे हैं।
इस पूरे प्रकरण की जांच प्रशासन द्वारा की जा रही है। स्कूल के माहौल और बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो, इसके लिए अधिकारियों से उचित कार्रवाई की मांग की जा रही है। अब देखना यह होगा कि इस विवाद का समाधान कब तक निकलता है और स्कूल का वातावरण फिर से सामान्य कब होता है।