Shahjahanpur News : फतेहपुर हत्याकांड से आक्रोशित भाकियू टिकैत, सौंपा ज्ञापन, मांगी न्याय और सुविधाएं
शाहजहांपुर में भारतीय किसान यूनियन टिकैत ने फतेहपुर हत्या कांड व शाहजहांपुर में किसानों से जुड़ी समस्याओं पर जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। जिसमें खिरनी बाग की गंदगी,किसान दिवस की अनदेखी पर शीघ्र कार्रवाई की मांग की। मांगें न मानी गईं तो आंदोलन की चेतावनी दी
भारतीय किसान यूनियन टिकैत ने सोमवार को जिलाधिकारी को दोहरी मांगों के साथ ज्ञापन सौंपा। फतेहपुर में संगठन पदाधिकारियों की हत्या की घटना की निंदा करते हुए पीड़ित परिवार के लिए न्याय और सहायता मांगी गई। साथ ही शाहजहांपुर जिले की जमीनी समस्याओं को लेकर भी सख्त कदम उठाने की मांग की गई।
भाकियू टिकैत ने फतेहपुर घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि मृतक परिवार को मुआवजा, सुरक्षा और सरकारी मदद प्रदान की जाए। दोषियों पर गैंगस्टर व एनएसए के तहत सख्त कार्रवाई हो और फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमे की सुनवाई कराई जाए।
छह प्रमुख मांगे
1. पीड़ित परिजनों को 50-50 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाए।
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2. मुकदमे से जुड़े वादी और गवाहों को उचित सुरक्षा प्रदान की जाए।
3. मृतक परिवारों को शस्त्र लाइसेंस उपलब्ध कराए जाएं।
4. मृतक परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए।
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5. बच्चों की आजीवन मुफ्त शिक्षा की व्यवस्था की जाए।
6. आरोपियों पर गैंगस्टर और एनएसए के तहत कार्यवाही कर फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई कराई जाए।
Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क)
खिरनी बाग मैदान बना बदहाल, पंचायतें करना मुश्किल
भाकियू टिकैत ने खिरनी बाग मैदान की बदहाल स्थिति पर गहरी चिंता जताई। ज्ञापन में बताया गया कि मैदान में जगह-जगह गंदगी फैली है, आवारा पशुओं का जमावड़ा है, जिससे हर महीने 21 तारीख को होने वाली मासिक पंचायतें बाधित हो रही हैं। संगठन ने मांग की कि मैदान में पानी की टंकी स्थापित कराई जाए ताकि किसान व ग्रामीणजन स्वच्छ पेयजल का उपयोग कर सकें। इसके अलावा सांस्कृतिक मंच के ताले खुलवाए जाएं ताकि पंचायतों के दौरान मंच का उपयोग किया जा सके।
तिलहर-निगोही मार्ग पर अधूरा रेलवे ओवरब्रिज बना जनता की परेशानी
तिलहर से निगोही मार्ग पर रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण एक वर्ष से अधूरा पड़ा है। इस वजह से आए दिन राहगीरों, स्कूली बच्चों और किसानों को लंबा जाम झेलना पड़ता है। कई बार एंबुलेंस भी जाम में फंस चुकी हैं, जिससे मरीजों की जान खतरे में पड़ जाती है। भाकियू ने मांग की कि ब्रिज का निर्माण कार्य प्राथमिकता के आधार पर पूरा कराया जाए ताकि आवागमन बाधित न हो।
तिलहर नेशनल हाईवे तिराहा पर हादसों का डर, ब्रेकर बनवाने की मांग
तिलहर के नेशनल हाईवे तिराहे पर तेज रफ्तार वाहनों का खतरा लगातार बना हुआ है। अब तक कई दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। नगरिया मोड़ की तर्ज पर यहां बड़े ब्रेकर बनवाने की मांग की गई ताकि वाहनों की गति नियंत्रित हो और हादसों पर अंकुश लगाया जा सके।
ग्राम मिलकिया में तालाब पर अवैध कब्जा, रास्ता भी बंद
तहसील पुवायां के ग्राम मिलकिया में गाटा संख्या 57 पर स्थित सरकारी तालाब पर दबंगों द्वारा अवैध कब्जा कर लिया गया है। तालाब का अस्तित्व खतरे में है और ग्रामीणों के लिए सार्वजनिक रास्ता भी बंद कर दिया गया है। भाकियू टिकैत ने प्रशासन से तत्काल कार्रवाई कर तालाब को कब्जा मुक्त कराने और ग्रामीणों के रास्ते को बहाल करने की मांग की।
बंडा रोड से टकेली तक चकरोड पर कब्जा, मरम्मत की दरकार
बंडा रोड से टकेली तक जाने वाला चकरोड वर्षों से जर्जर स्थिति में है। बारिश के मौसम में चकरोड पर कीचड़ और पानी भरने से रास्ता अवरुद्ध हो जाता है। कुछ दबंगों ने इस रास्ते को कब्जा भी कर रखा है। संगठन ने मांग की कि चकरोड पर नई मिट्टी डलवाकर उसे समतल किया जाए और कब्जा हटवाया जाए ताकि ग्रामीणों को आवागमन में कठिनाई न हो।
किसान दिवस मीटिंग में अनियमितता, किसानों में नाराजगी
भाकियू टिकैत ने यह भी आरोप लगाया कि जिले में हर महीने आयोजित होने वाली किसान दिवस मीटिंग अब औपचारिकता बनकर रह गई है। कभी समय पर बैठक नहीं होती, तो कभी किसानों की समस्याओं को गंभीरता से नहीं सुना जाता। संगठन ने मांग की कि नियमानुसार प्रत्येक माह किसान दिवस की विधिवत मीटिंग कराई जाए और उसकी सूचना मुख्य पदाधिकारियों तक पहुंचाई जाए ताकि किसान प्रतिनिधि उसमें भाग ले सकें और अपनी समस्याएं रख सकें।
Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क)
भाकियू टिकैत के जिलाध्यक्ष अनिल सिंह यादव ने कहा
"किसानों की समस्याओं को लगातार प्रशासन के संज्ञान में लाया गया, लेकिन अनदेखी जारी है। अब हम आंदोलन के लिए तैयार हैं। यदि हमारी मांगों को गंभीरता से नहीं लिया गया तो जिला स्तर से लेकर मंडल और प्रदेश स्तर तक उग्र आंदोलन होगा। किसान अपना अधिकार लेकर रहेंगे।"
आंदोलन की चेतावनी
भारतीय किसान यूनियन ने दो टूक शब्दों में चेताया कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो जिलेभर में आंदोलन शुरू किया जाएगा, जिसकी पूरी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी। संगठन ने कहा कि अब किसानों के सब्र का बाँध टूट चुका है।
उपस्थित पदाधिकारी:
संजीव अवस्थी (मंडल उपाध्यक्ष बरेली), रमेश शर्मा (युवा उपाध्यक्ष), अवधेश पाठक (प्रमुख सचिव बरेली मंडल), सुनील कुमार (जिला महासचिव), ओमवीर सिसौदिया (प्रदेश उपाध्यक्ष), कपिल सिंह (मीडिया प्रभारी युवा बरेली मंडल), जरनैल सिंह ,हरप्रीत सिंह, श्रीकृष्ण जाटव, गुरुप्रीत सिंह, गोदन लाल लोधी समेत कई किसान नेता मौजूद रहे।