शाहजहांपुर, वाईबीएन संवाददाता
अब आमजन को शुद्ध दूध मिलेगा। गाय के गोबरका सदुपयोग के लिए प्रेरित किया जाएगा। पशुपालकों के साथ नियमित बैठक कर उनकी समस्याओं को सुना जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से केंद्र सरकार ने प्रदेश को 520 मोबाइल पशु एंबुलेंस वैन उपलब्ध कराई हैं। टोल फ्री नंबर 1962 पर कॉल करने पर प्राथमिकता से पशुपालकों को एंबुलेंस सेवा, डॉक्टर एवं दवाइयां उपलब्ध कराई जाएंगी।
पशुधन एवं दुग्ध विकास तथा राजनैतिक पेंशन मंत्री धर्मपाल सिंह ने यह जानकारी पत्रकारों से बातचीत में दी। मंत्री ने पशुपालन को सेवा और धर्म बताते हुए कहा कि प्रदेश एवं केंद्र सरकार पशुपालन, गोवंश, बकरी, मुर्गी, सूअर एवं भेड़ पालन से संबंधित अनेक योजनाएं चला रही हैं, जिनका अधिक से अधिक लाभ उठाया जाना चाहिए। दुग्ध उत्पादन में उत्तर प्रदेश देश में प्रथम स्थान पर है, जो गर्व का विषय है। उन्होंने जनप्रतिनिधियों से अपील की कि वे अपने परिवार के नामकरण, मुंडन संस्कार, जन्मदिन आदि खुशी के अवसरों पर गौशालाओं में जाकर गायों को हरा चारा, केला व गुड़ खिलाएं।
गाय के गोबर में लक्ष्मी का वास, मूत्र में गंगा का वास तथा दूध अमृत तुल्य
पशुधन एवं दुग्ध विकास तथा राजनैतिक पेंशन मंत्री धर्मपाल सिंह ने सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में पशुपालन विभाग के कार्यों की समीक्षा बैठक की। कहा कि जिला पंचायत अध्यक्ष, महापौर एवं विधायक 100-100 कुंतल तथा ब्लॉक प्रमुख 50-50 कुंतल भूसा दान करें। उन्होंने कहा कि कान्हा गौशालाओं में दूध देने वाली गायों को रखा जाए, क्योंकि गाय का दूध अमृत के समान होता है। गाय के गोबर में लक्ष्मी का वास, मूत्र में गंगा का वास तथा दूध अमृत तुल्य होता है। निराश्रित गौवंशों का संरक्षण मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्राथमिकता में शामिल है। मंत्री ने सहभागिता योजना में गाय लेकर उन्हें छोड़ने वाले व्यक्तियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि किसानों की आय को दोगुना करने के लिए खेती के साथ-साथ पशुपालन को भी बढ़ावा देना अनिवार्य है, क्योंकि पशुपालन और कृषि एक-दूसरे के पूरक हैं। मंत्री ने पूर्व समय में गांवों की चार आवश्यक संस्थाओं गौशाला, पाठशाला, व्यायामशाला और यज्ञशाला का उल्लेख करते हुए, इन पर पुनः चिंतन करने की आवश्यकता बताई।
गौ आधारित खेती को पुनर्जीवित करने की जरूरत
मंत्री ने गौ आधारित खेती को पुनर्जीवित करने तथा गाय के दूध और गोबर के सदुपयोग के लिए स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को सक्रिय रूप से जोड़ने पर बल दिया। कहा कि गोबर चंदन के समान पवित्र है और गाय पालने वाले लोग सदैव सुखी रहते हैं। उन्होंने उप जिलाधिकारियों को निर्देशित किया कि गौचर भूमि पर से अवैध कब्जे हटवाकर वहां चारा बोया जाए और चारा उत्पादन को बढ़ावा दिया जाए। मंत्री ने गोवंश नस्ल सुधार कार्य में तेजी लाने तथा उच्च गुणवत्ता का सीमन एवं बधियाकरण योजना के प्रभावी क्रियान्वयन पर भी विशेष जोर दिया। गौशालाओं में चारा, भूसा, पानी, छाया, प्रकाश और साफ-सफाई की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
बैठक में यह अधिकारी भी मौजूद रहे
बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष ममता यादव, महापौर अर्चना वर्मा, जलालाबाद विधायक हरि प्रकाश वर्मा, पुवायां विधायक चेतराम, महानगर अध्यक्ष शिल्पी गुप्ता, जिलाधिकारी धर्मेंद्र प्रताप सिंह एवं पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी, मुख्य विकास अधिकारी डॉ. अपराजिता सिंह के साथ नगर आयुक्त डॉ. विपिन कुमार मिश्र, अपर निदेशक पशुपालन विभाग डॉ. संगीता तिवारी, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजेंद्र प्रताप सिंह समेत समस्त उप जिलाधिकारी, खंड विकास अधिकारी और अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
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