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विशेष: आसमान में परेड करते दिखेंगे सात गृह- डॉ. इरफान ह्यूमन

आज 28 फरवरी की रात सातों ग्रह एक सीधी रेखा में नजर आएंगे। आज राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर इस अद्भुत घटना के बारे में पूरी जानकारी दे रहे हैं राष्ट्रीय स्तर के विज्ञान लेखक डॉ. इरफान ह्यूमन

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Dr. Swapanil Yadav
लेख

सौरमण्डल के गृह Photograph: (इंटरनेट मीडिया )

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शाहजहांपुर वाईबीएन संवाददाता 

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अंतरिक्ष में अक्सर अद्भुत खगोलीय घटनाएं होती रहती हैं।  राष्ट्रीय विज्ञान दिवस 28 फरवरी की रात एक रोमांचकारी खगोलीय घटना के तहत सात ग्रह एक सीधी रेखा में लाइन लगाए नज़र आएंगे। ये एक अविस्मरणीय क्षण होगा, जब बुध, शुक्र, मंगल, बृहस्पति, शनि, यूरेनस और नेपच्यून सभी ग्रह एक साथ एक सीधी रेखा में दिखाई देंगे। यह खगोलीय घटना एक दुर्लभ ग्रह संयोग है और रात के आकाश में इस घटना को नंगी आंखों से देखा जा सकता है। आसमानी घटनाओं में दिलचस्पी रखने वाले लोगों के लिए यह एक ख़ास नज़ारा होगा, क्योंकि सात ग्रह एक साथ दिखाई देना बेहद कम होता है।

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यूरेनस और नेपच्यून देखने के लिए टेलिस्कोप का सहारा 

सौरमंडल के सभी ग्रहों को हम रात में चमकता हुआ देख पाएंगे, जिसमें पश्चिम दिशा से पूर्व दिशा तक चंद्रमा के साथ इस संरेखण में बुध, शुक्र, मंगल, बृहस्पति, शनि, यूरेनस और नेपच्यून शामिल होंगे, जो सभी सूर्य के एक ही तरफ दिखाई देंगे। इस दिन बुध सूर्यास्त के ठीक बाद दिखाई देगा। रात के आकाश में लाल-नारंगी ग्रह मंगल को आसानी से पहचाना जा सकेगा। यहां ये भी जानना ज़रूरी है कि यूरेनस और नेपच्यून ग्रह नंगी आंखों से दिखाई नहीं देंगे; इन्हें बेहतर ढंग से देखने के लिए टेलिस्कोप का सहारा लेना पड़ेगा।

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अगली बार यह संरेखण वर्ष 2040 में

यह ग्रह परेड वास्तव में शाम के आकाश में कई ग्रहों की संरेखण है, जो एक शानदार खगोलीय दृश्य प्रदान करता है। हालाँकि ग्रहों का संरेखण सामान्य है, लेकिन एक साथ सात दृश्यमान ग्रह होना बहुत दुर्लभ होता है। इस घटना का संबंध युद्ध और क्रांति का संकेत देने वाली घटनाओं से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए और भ्रम व अंधविश्वास को दरकिनार कर इस खगोलीय घटना का अवलोकन करना चाहिए। अगली बार यह संरेखण वर्ष 2040 में होगा, इसलिए यह खगोलीय घटना आसमानी नज़ारों में रूचि रखने वाले लोगों के लिए बहुत दुर्लभ होने वाली है।

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डॉ. इरफान ह्यूमन Photograph: (Self)

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