शाहजहांपुर वाईबीएन संवाददाता
जनपद के कलेक्ट्रेट के पीछे एडमिनिस्ट्रेटिव अधिकारियों की मौजूदगी में बुधवार को 36 करोड़ 21 लाख रुपये से अधिक मूल्य के निष्प्रयोज्य स्टाम्प को जलाकर नष्ट किया गया। इस दौरान एडीएम एफआर रजनीश मिश्रा और वरिष्ठ कोषाधिकारी अमरेश पाल उपस्थित रहे। वरिष्ठ कोषाधिकारी अमरेश पाल ने बताया कि मार्च महीने की कैबिनेट बैठक में लिए गए निर्णय के अनुसार 10,000 रुपये और उससे अधिक कीमत के निष्प्रयोज्य स्टाम्प को नष्ट करने का आदेश दिया गया था।
इस कार्रवाई के लिए शासन के निर्देश पर एक सत्यापन कमेटी का गठन किया गया था, जिसकी अध्यक्षता सीडीओ डॉ. अपराजिता सिंह ने की। कमेटी ने स्टाम्प के निष्प्रयोज्य होने की पुष्टि की और फिर उनका निपटान करने के लिए आदेश पारित किया गया। वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि निष्प्रयोज्य स्टाम्प आमतौर पर वे स्टाम्प होते हैं जिनका उपयोग वित्तीय लेन-देन में नहीं किया जा सकता, या जिनकी वैधता समाप्त हो चुकी होती है। ऐसे स्टाम्प को जलाकर नष्ट करना एक आवश्यक प्रक्रिया है जिससे गलत इस्तेमाल या धोखाधड़ी की संभावना समाप्त हो जाती है। यह कार्रवाई प्रशासन की पारदर्शिता और वित्तीय अनुशासन बनाए रखने के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
यह भी पढ़ें:
ICT प्रतियोगिता में शाहजहांपुर की ऐतिहासिक जीत, जानिए किन दो शिक्षकों ने दिलाया राज्य स्तर पर सम्मान
Shahjahanpur News :खेल प्रशिक्षक बनना है? जानिए शाहजहांपुर में कहां और कैसे करें आवेदन