शाहजहांपुर वाईबीएन संवाददाता जनपद के जैतीपुर मे छुट्टा पशु किसानों के लिए बड़ी परेशानी का सबब बनते जा रहे हैं। इसका ताजा उदाहरण बंथरा उर्फ नगलू गांव में देखने को मिला, जहां एक किसान की मक्के की पूरी फसल आवारा पशुओं ने बर्बाद कर दी। किसान नन्हकू सात जून को अपने बेटे की बरात लेकर गए थे, लेकिन जब लौटकर खेत पहुंचे तो उनके होश उड़ गए।किसान नन्हकू ने बताया कि उन्होंने एक एकड़ में मक्के की फसल बोई थी, जिसकी देखरेख वे खुद ही करते थे। फसल की रखवाली के लिए तार और जाली भी लगवाई थी, और रात-रात भर खेत की निगरानी करते थे। लेकिन बेटे की शादी के चलते दो दिन खेत नहीं जा सके। इतने में ही छुट्टा पशुओं ने खेत में घुसकर पूरी फसल चर लीनन्हकू ने बताया कि उन्होंने इस फसल को उगाने के लिए 24 हजार रुपये का कर्ज लिया था। अगर फसल बच जाती तो इससे 60 से 70 हजार रुपये की आमदनी हो सकती थी, जिससे बेटे की शादी के बाद कर्ज चुकाने की उम्मीद थी।
लेकिन अब पूरी फसल बर्बाद हो गई है और कर्ज चुकाने की कोई राह नजर नहीं आ रही।नन्हकू बेहद दुखी होकर बोले, "बहू घर आई तो खुशी का माहौल था, लेकिन खेत पर जाकर जो हाल देखा, उससे पैरोंतले जमीन खिसक गई। अब समझ नहीं आ रहा कि क्या करें, कहां जाएं।"गांव के अन्य किसानों का कहना है कि छुट्टा पशु पूरे इलाके में किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा। किसानों ने सरकार से मांग की है कि छुट्टा पशुओं की समस्या का जल्द समाधान किया जाए और जिन किसानों की फसल बर्बाद हुई है, उन्हें मुआवजा दिया जाए।यह घटना एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर करती है कि किसानों की मेहनत और उनका भविष्य छुट्टा पशुओं के भरोसे नहीं छोड़ा जा सकता। प्रशासन को इस दिशा में जल्द और प्रभावी कदम उठाने की जरूरत है।
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