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पुलिस लाइन सभागार में स्टूडेंट्स से संवाद करते महानिदेशक नियम एवं ग्रंथ आशीष गुप्ता। Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क )
शाहजहांपुर, वाईबीएन संवाददाता
पुलिस महानिदेशक (नियम एवं ग्रंथ) आशीष गुप्ता ने SPEL (Student Police Experiential Learning) कार्यक्रम के तहत स्टूडेंट्स को पुलिस के काम करने के तौर तरीके बताए। साथ ही साइबर क्राइम और भीड़ नियंत्रण, कोतवाली और थाना प्रबंधन के बारे में भी विस्तार से अवगत कराया। इस दौरान बच्चे पूरी जिज्ञासा से इस सत्र में बैठे रहे और इसके बारे में जाना। उत्तर प्रदेश पुलिस के महानिदेशक (नियम एवं ग्रंथ) आशीष गुप्ता शाहजहांपुर पुलिस लाइन में आयोजित SPEL (Student Police Experiential Learning) कार्यक्रम के द्वितीय चरण की प्रगति की समीक्षा करने आए थे। इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को पुलिस कार्य प्रणाली से अवगत कराना और उन्हें व्यावहारिक अनुभव प्रदान करना है।
यह थे बैठक के मुख्य बिंदु
-प्रशिक्षित छात्रों से संवाद: श्री गुप्ता ने छात्रों और छात्राओं से उनके अनुभवों के बारे में चर्चा की और कार्यक्रम को और प्रभावी बनाने के लिए उनके सुझावों को सुना। अधिकारियों के साथ बैठक कर कार्यक्रम की प्रगति और प्रभावशीलता पर चर्चा की गई। कार्यक्रम को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए अधिकारियों और कर्मचारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
भविष्य की योजना: SPEL कार्यक्रम के अगले चरणों में तकनीकी प्रशिक्षण, साइबर सुरक्षा, और सामुदायिक पुलिसिंग को शामिल करने पर विचार किया गया।
SPEL 2.0 कार्यक्रम के तहत दिए गए प्रशिक्षण विषयः
SPEL 2.0 कार्यक्रम में छात्रों और छात्राओं को निम्नांकित विषयों पर प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
पुलिस विभाग का परिचय- पुलिस संगठन और इसकी कार्य प्रणाली का विस्तृत अध्ययना
थाने का परिचयः थाने के कार्यों, उसकी संरचना और उसके विभिन्न विभागों की जानकारी।
थाना कार्यालय का कार्य और अभिलेखीकरण- पुलिस रिकॉर्ड प्रबंधन और केस फाइलिंग प्रक्रिया।
सामान्य विधिक ज्ञान - प्रमुख भारतीय न्याय संहिता और अन्य महत्वपूर्ण कानूनों की जानकारी।
महिलाओं और बच्चों सम्बन्धी अपराधों का विधिक ज्ञान- बाल सुरक्षा और महिला अधिकारों से जुड़े कानूनी प्रावधान।
मादक पदार्थों, मानव तस्करी आदि विशेष अपराधों सम्बन्धी अधिनियम- समाज में व्याप्त गंभीर अपराधों को रोकने हेतु कानूनी उपाय।
थाने के प्रभारी निरीक्षक कार्यालय, महिला हेल्प डेस्क, आगन्तुक कक्ष का कार्य- पीडित सहायता और शिकायत निवारण प्रणाली की जानकारी। थाना कार्यालय के सीसीटीएनएस और अन्य पोर्टल का कार्य- पुलिसिंग में डिजिटलीकरण और तकनीकी उपयोग।
यातायात नियंत्रण- सड़क सुरक्षा, नियमों का अनुपालना और यातायात प्रबंधना।
भीड़ प्रबंधन का परिचय-
बड़े सार्वजनिक आयोजनों और आपातकालीन स्थितियों को नियंत्रित करने की तकनीक ।
पुलिस कर्मियों के जीवन और पुलिस भर्ती प्रक्रिया- पुलिस अधिकारियों के कार्य जीवन और उनके चयन प्रक्रिया की जानकारी।
पुलिस महानिदेशक (नियम एवं ग्रंथ) महोदय द्वारा छात्रों की भागीदारी और उनके उत्साह की सराहना की और कहा कि यह कार्यक्रम युवाओं को पुलिसिंग के व्यावहारिक पहलुओं से जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। समीक्षा बैठक मे SPEL (Student Police Experiential Learning) कार्यक्रम के द्वितीय चरण को और अधिक प्रभावी बनाने पर जोर देते हुये सम्बन्धित अधिकारी व कर्मचारीगणो को आवश्यक दिशा निर्देश दिंये गये।
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