शाहजहांपुर में स्कूल मर्जर और सरप्लस के खिलाफ शिक्षक संघ का हल्ला बोल, CM को संबोधित सौंपा मांगपत्र
शाहजहांपुर में प्राथमिक शिक्षक संघ ने स्कूल मर्जर, सरप्लस और अन्य दस सूत्रीय मांगों को लेकर रामलीला मैदान में धरना-प्रदर्शन किया। बाद में जुलूस निकालकर कलेक्ट्रेट पहुंचे और मुख्यमंत्री को संबोधित मांगपत्र सौंपा। भारी संख्या में शिक्षक शामिल रहे।
ज्ञापन सौंपते प्राथमिक शिक्षक संघ के पदाधिकारी Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क)
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शाहजहांपुर वाईबीएन संवाददाता । उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने मंगलवार को स्कूल मर्जर, सरप्लस अध्यापकों और अन्य दस सूत्रीय मांगों को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। खिरनीबाग रामलीला मैदान में धरना-प्रदर्शन कर सरकार के फैसलों का विरोध जताया गया। इसके बाद सैकड़ों की संख्या में शिक्षक, शिक्षा मित्र, अनुदेशक और रसोइयों ने नारेबाजी करते हुए कलेक्ट्रेट तक जुलूस निकाला और मुख्यमंत्री को संबोधित मांगपत्र सौंपा।
Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क)
धरनास्थल पर हुई सभा को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष मुनीश मिश्रा ने कहा कि स्कूलों का विलय कर सरकार आरटीई कानून का खुला उल्लंघन कर रही है। यह फैसला बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। उन्होंने कहा कि यह कदम बच्चों से उनकी कॉपी-किताबें और सुविधाएं छीनने जैसा है, जिसे किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
संघ के मंत्री देवेश वाजपेयी ने कहा कि पहले सरकार ने एक किलोमीटर के दायरे में स्कूल खोलने की नीति अपनाई थी, लेकिन अब उन्हीं स्कूलों को बंद कर अन्याय किया जा रहा है। इससे न केवल बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होगी, बल्कि शिक्षकों के पद भी समाप्त हो जाएंगे। शाम चार बजे रामलीला मैदान से जुलूस की शक्ल में कलेक्ट्रेट की ओर बढ़े शिक्षक समूह ने जोरदार नारेबाजी की, जिससे कुछ देर के लिए यातायात प्रभावित हुआ। कलेक्ट्रेट पहुंचकर प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन प्रशासनिक अधिकारियों को सौंपा।
ये लोग रहे शामिल
प्रदर्शन में सेवानिवृत्त कर्मचारी संघ के इंजीनियर अनिल दीक्षित, रसोइया संघ के प्रदेश अध्यक्ष ब्रह्म कुमार सिंह, माध्यमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष भुवनेश सिंह चौहान, सीनियर बेसिक शिक्षक संघ अध्यक्ष रवींद्र सिंह, आदर्श शिक्षा मित्र वेलफेयर के जिलाध्यक्ष यदुवीर सिंह, राजकमल आर्य, नवेन्दु मिश्रा, श्रीकांत मिश्रा, विपुल कुमार मिश्रा, मनसूब अली, राकेश रोशन, महेन्द्र सिंह, डॉ. विमलेश त्रिपाठी, सहित सैकड़ों शिक्षक, शिक्षा मित्र, अनुदेशक व रसोइया मौजूद रहे। प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा लेकिन शिक्षकों का आक्रोश सरकार की नीतियों के खिलाफ साफ दिखाई दिया। संघ ने चेतावनी दी कि यदि मांगे पूरी नहीं हुईं तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।