यंग भारत सम्मानः स्वामी चिन्मयानंद सरस्वती बोले- भारतीय संस्कृति ने हमेशा पर्यावरण का पोषण किया
शाहजहांपुर में यंग भारत न्यूज और कृभको की ओर से आयोजित सम्मान समारोह में पूर्व गृह राज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद ने कहा भारतीय संस्कृति ने हमेशा पर्यावरण का पोषण किया है।
समारोह को संबोधित करते स्वामी चिन्मयानंद सरस्वती। Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क)
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शाहजहांपुर, वाईबीएन संवाददाता: पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद सरस्वती ने कहा कि जब भी विश्व में पर्यावरण को लेकर कोई गंभीर संकट आया है, समाधान भारतीय संस्कृति से ही निकला है। उन्होंने कहा, "हमारी संस्कृति नदियों, पेड़ों और प्रकृति के बीच पली-बढ़ी है। हमने प्रकृति को मां का दर्जा दिया और जीवन का सहचर माना है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए सभी को जागरुक होना पड़ेगा। बिना जागरूकता के इस दिशा में सुधार के लिए और कोई साधन नहीं है। प्रत्येक व्यक्ति को वृक्ष लगाने का संकल्प लेना होगा। खुद भी वृक्ष लगाएं और अपने चिर-परिचितों के जन्मदिन, विवाह वर्षगांठ और माता-पिता के साथ बेटी के नाम के भी पौधे जरूर लगाएं।
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ग्रीन मैन विजय पाल बघेल की चेतावनी — बोतलबंद पानी के बाद क्या ऑक्सीजन भी?
रुचिता गुप्ता को सम्मानित करते ग्रीन मैन विजय पाल बघेल। Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क)
हरित ऋषि विजय पाल बघेल, जिन्हें 'ग्रीन मैन ऑफ इंडिया' के नाम से जाना जाता है, ने कहा, "हमारे बचपन में नल से पानी पीते थे, आज बोतल से पानी पी रहे हैं। आने वाली पीढ़ी कहीं पीठ पर ऑक्सीजन सिलेंडर लटकाकर न चले, ये कोई कल्पना नहीं, सच्चाई बन सकती है। पेड़ ही इकलौता साधन हैं, जो ऑक्सीजन दे सकते हैं।"
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पूर्व प्राचार्य अवनीश मिश्रा बोले — हमें पर्यावरण का सहचर बनकर जीना होगा
समारोह को सम्मानित करते डा. अवनीश मिश्रा। Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क)
मुमुक्षु आश्रम के पूर्व प्राचार्य अवनीश मिश्रा ने कहा कि अगर हम अपनी आदतें बदल लें तो पर्यावरण प्रदूषण को काफी हद तक रोका जा सकता है। उन्होंने कहा, "पॉलीथीन का प्रयोग न के बराबर करें, केवल अति आवश्यक होने पर ही इसका उपयोग हो।
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पूर्व जिलाधिकारी राजीव सिंह बोले — प्रकृति जब रूठती है, तो आपदाएं आती हैं
समारोह को संबोधित करते पूर्व आईएएस राजीव कुमार सिंह। Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क)
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पूर्व डीएम राजीव सिंह ने कहा, "हमें जो भी कार्य करना है, उसमें यह जरूर देखें कि कहीं हम पर्यावरण को नुकसान तो नहीं पहुंचा रहे। जब आप प्रकृति को सहेजते हैं, तो वह आपके साथ हंसती और गाती है, लेकिन जब आप उसे नुकसान पहुंचाते हैं, तो वह आपदा के रूप में बदला लेती है।
KFL के वरिष्ठ प्रबंधक विवेक गुप्ता ने कहा — प्रकृति देती है, कुछ नहीं लेती
समारोह को संबोधित करते कृभको के वरिष्ठ प्रबंधक विवेक गुप्ता। Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क)
कृभको फर्टिलाइजर लिमिटेड(KFL) के वरिष्ठ प्रबंधक विवेक गुप्ता ने कहा, "प्रकृति हमें हमेशा देती है और बदले में कुछ नहीं लेती। हम चाहे किसी भी उद्योग से जुड़े हों, पर्यावरण बचाने के प्रयास जरूर कर सकते हैं। पेड़ लगाना कोई कठिन कार्य नहीं है, यह एक छोटा कदम है जो बड़े बदलाव ला सकता है। अगर हम निरंतर पौधारोपण करते रहें, तो प्रकृति भी सुरक्षित रहेगी और हमारा अस्तित्व भी। उन्होंने KFL के पर्यावरण व उर्जा संरक्षण में योगदान तथा राष्ट्रपति से संस्था के MD रवि कुमार चोपड़ा को मिले सम्मान की भी जानकारी दी।