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नई दिल्ली, वाईबीएन स्पोर्ट्स।नवोदित टेस्ट कप्तान शुभमन गिल ने हार के साथ इंग्लैंड दौर की शुरुआत की है। भारत एंडरसन- तेंदुलकर ट्रॉफी का पहला 5 विकेट से हार गया है। लीड्स के हेडिंग्ले क्रिकेट स्टेडियम में मंगलवार को इंग्लैंड ने 371 रन का लक्ष्य 5 विकेट खोकर हासिल कर लिया। अंतिम चार दिन तक मैच बराबरी पर चल रहा था, आखिरी दिन इंग्लैंड को 350 रनों की आवश्यकता थी। टीम ने जिसे आसानी से हासिल कर लिया। इंग्लैंड की तरफ से बेन डकेट (149 रन) और जैक क्रॉली (65 रन) ने 188 रन की रिकॉर्ड ओपनिंग पार्टनरशिप की।
भारत की हार के बड़े कारण 5 बड़े कारण
1. मिडिल ऑर्डर का फ्लॉप होना
भारतीय टीम का मिडिल ऑर्डर मैच की दोनों पारियों में बुरी तरह से फैल रहा। टीम ने पहली पारी में 6 विकेट मात्र 41 रन बनाने में गंवा दिए। वहीं, दूसरी पारी में 5 बैटर्स 31 रन के अंदर पवेलियन लौट गए। आठ साल बाद टीम में वापसी करने वाले करुण नायर पहली पारी में शून्य पर आउट हो गए। वहीं रविंद्र जडेजा और शार्दुल ठाकुर ने क्रमश: 11 और एक रन बनाया। जिसकी वजह से भारत पहली पारी में 500 रनों के आंकड़े को नहीं छू सका। दूसरी पारी में करुण नायर 20, रवींद्र जडेजा 25 और शार्दूल ठाकुर 4 रन बनाकर आउट हो गए। इस बार टीम इंग्लैंड को 400 पार का टारगेट नहीं दे सकी। जबकि, टीम ने दूसरी पारी में 5 विकेट पर 333 रन बना लिए थे।
2. बुमराह को छोड़कर सभी नाकाम
लीड्स टेस्ट की दूसरी पारी में भारतीय गेंदबाजों का प्रदर्शन प्रभावशाली नहीं रहा। जसप्रीत बुमराह और प्रसिद्ध कृष्णा को छोड़कर बाकी गेंदबाज इंग्लिश बल्लेबाजों पर दबाव बनाने में नाकाम रहे। मुकाबले में भारत के चौथे और पांचवें गेंदबाज की भूमिका भी अपेक्षा के अनुरूप नहीं रही। मोहम्मद सिराज और शार्दूल ठाकुर ने 2-2 विकेट लिए, जबकि रवींद्र जडेजा को केवल एक सफलता मिली।
3. मैच में कुल नौ कैच छोड़े
भारत की हार की सबसे बड़ी वजह खराब फील्डिंग रही। टीम ने निर्णायक मौकों पर कुल 9 कैच टपकाए, जिसमें पहली पारी में 6 और दूसरी पारी में 3 कैच ड्रॉप हुए। शतक जड़ने वाले ओली पोप और बेन डकेट को क्रमशः दो-दो बार जीवनदान मिला, जिसका उन्होंने पूरा फायदा उठाया। इसके अलावा, ग्राउंड फील्डिंग में भी भारतीय खिलाड़ी असमंजस और धीमापन दिखाते नजर आए, जिससे विपक्षी टीम को अतिरिक्त रन बनाने के मौके मिले।
4. पांचवें दिन भी सपाट बनी रही पिच
टेस्ट मैचों में आमतौर पर पांचवें दिन पिच टूटने लगती है, जिससे बल्लेबाजी करना मुश्किल हो जाता है। लेकिन हेडिंग्ले की पिच पर ऐसा कुछ देखने को नहीं मिला। मुकाबले के आखिरी दिन भी सतह बिल्कुल सपाट रही और गेंदबाजों को कोई खास मदद नहीं मिली, जिससे इंग्लिश बल्लेबाजों को टिककर खेलने में आसानी हुई।Tendulkar–Anderson Trophy
5.डकेट और क्रॉली की साझेदारी
इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने लीड्स टेस्ट में दमदार प्रदर्शन किया। पहली पारी में बेन डकेट और ओली पोप ने शतक जमाए, जबकि हैरी ब्रूक 99 रन बनाकर आउट हुए। दूसरी पारी में ओपनर्स जैक क्रॉली और बेन डकेट ने मिलकर 188 रनों की साझेदारी की, जो निर्णायक साबित हुई। यह इंग्लैंड की चौथी पारी में अब तक की दूसरी सबसे बड़ी ओपनिंग पार्टनरशिप रही, जिसने भारत की मैच में वापसी की उम्मीदों पर पानी फेर दिया।
Shubman Gill | Tendulkar–Anderson Trophy