नई दिल्ली, वाईबीएन स्पोर्ट्स। भारत और इंग्लैंड के बीच चल रहे टेस्ट मुकाबले में एक सवाल हर क्रिकेट प्रेमी के मन में है—क्या भारत लीड्स (Headingley) के मैदान पर 23 साल बाद जीत का स्वाद चख पाएगा? इस मैदान पर भारत का रिकॉर्ड कुछ खास नहीं रहा है, लेकिन मौजूदा टेस्ट में टीम ने जिस तरह की शुरुआत की है, उससे उम्मीद जरूर जगी है।
लीड्स में भारत का इतिहास
लीड्स में भारत ने अब तक कुल 7 टेस्ट मैच खेले हैं। इन 7 मैचों में टीम इंडिया ने सिर्फ 2 बार जीत दर्ज की है। भारत को इस मैदान पर पहली जीत 1986 में मिली थी। तब कपिल देव की कप्तानी में भारत ने इंग्लैंड को 279 रन से हराया था। इसके बाद दूसरी और आखिरी जीत 2002 में सौरव गांगुली की कप्तानी में आई, जब भारत ने 46 रन से जीत दर्ज कर इतिहास रचा था।
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लेकिन इसके बाद भारत इस मैदान पर कभी जीत नहीं पाया। 2021 में भी भारत को लीड्स में हार का सामना करना पड़ा था। उस मुकाबले में इंग्लैंड ने भारत को एक पारी और 76 रन से हराया था। यानी यह मैदान भारत के लिए कभी आसान नहीं रहा है।
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2025 में नई उम्मीद
अब साल 2025 में भारत एक बार फिर लीड्स में इतिहास रचने की कोशिश में है। इस बार टीम की अगुवाई कर रहे हैं शुभमन गिल, जो अपने कप्तानी डेब्यू में ही शानदार शतक लगाकर चर्चा में हैं। गिल ने नाबाद 127 रन बनाए हैं और उनके साथ यशस्वी जायसवाल ने भी 101 रन जड़ दिए। पहले दिन का खेल खत्म होने तक भारत ने 359/3 का मजबूत स्कोर खड़ा कर लिया है।
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टीम इंडिया की बल्लेबाजी देखकर साफ है कि खिलाड़ी इस बार इतिहास रचने के इरादे से मैदान पर उतरे हैं। ऋषभ पंत भी अच्छी लय में हैं और पिच बल्लेबाजी के लिए मददगार नजर आ रही है।
क्या 23 साल बाद सपना पूरा होगा?
अब बड़ा सवाल यही है कि क्या 23 साल बाद भारत लीड्स में जीत का इंतजार खत्म करेगा? टीम के प्रदर्शन और आत्मविश्वास को देखकर कहा जा सकता है कि भारत इस बार इंग्लैंड में इतिहास दोहराने के बेहद करीब है। कप्तान शुभमन गिल और पूरी टीम के पास यह मौका है कि वह पुराने रिकॉर्ड तोड़कर नए इतिहास की इबारत लिखें।
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