Advertisment

IND vs ENG: क्रिकेट के मक्‍का Lords में जब भारत ने फहराया जीत का परचम

साल 1986 भारतीय क्रिकेट इतिहास में एक स्वर्णिम अध्याय के रूप में दर्ज है, जब कपिल देव की कप्तानी में टीम इंडिया ने इंग्लैंड की धरती पर दूसरी बार टेस्ट सीरीज में जीत दर्ज की। तीन टेस्ट मैचों की इस सीरीज में भारत ने 2-0 से जीत हासिल की।

author-image
Suraj Kumar
एडिट
IND vs ENG test series 1986

Sunil Gavaskar watches as a shot goes by slip fielders

Listen to this article
0.75x1x1.5x
00:00/ 00:00

नई दिल्‍ली, वाईबीएन स्‍पोर्ट्स।भारतीय क्रिकेट इतिहास का वो सुनहरा अध्याय आज भी फैंस के जेहन में ताजा है, जब कपिल देव की कप्तानी में टीम इंडिया ने 1986 में इंग्लैंड को उसी की सरजमीं पर मात देकर दूसरी बार विदेशी जमीन पर टेस्ट सीरीज जीत दर्ज की थी। यह टेस्ट सीरीज 3 मैचों की थी, जिसमें भारत ने 2-0 से शानदार जीत हासिल की।

Allan Lamb takes evasive action as Kapil Dev cuts, England v India, first Test, Lord's, day five, June 10, 1986

लॉर्ड्स में मिली थी पहली जीत

सीरीज की शुरुआत 5 जून 1986 को लंदन के ऐतिहासिक लॉर्ड्स मैदान से हुई। भारत ने इस मुकाबले में 5 विकेट से जीत दर्ज की थी। बल्लेबाज दिलीप वेंगसरकर ने शानदार शतक (126 रन) जड़कर मैच का रुख पलट दिया। भारत के गेंदबाजों ने इंग्लैंड को दोनों पारियों में बांधकर रखा और कपिल देव की आक्रामक कप्तानी ने टीम को जीत दिलाई।

Madan Lal bowls Chris Smith for 6, England v India, 2nd Test, Headingley, 2nd day, June 20, 1986

हेडिंग्ले में इंग्लैंड को दी करारी शिकस्त

Advertisment

दूसरा टेस्ट 19 से 23 जून के बीच लीड्स के हेडिंग्ले मैदान में खेला गया। इस मुकाबले में भारत ने 279 रन से ऐतिहासिक जीत दर्ज की। वेंगसरकर ने इस मैच में भी बेहतरीन 61 और 102 रन बनाए, जबकि रोजर बिन्‍नी ने पहली पारी में 5 विकेट लेकर इंग्लैंड की कमर तोड़ दी। भारत ने इस जीत के साथ ही सीरीज पर भी कब्‍जा कर लिया। 

David Gower leaps to avoid a cut from Mohammad Azharuddin, England v India, third Test, day three, Edgbaston, July 5, 1986

तीसरा टेस्ट ड्रॉ, भारत ने सीरीज 2-0 से जीती

तीसरा और अंतिम टेस्ट 3 जुलाई से बर्मिंघम के एजबेस्टन मैदान पर खेला गया, जो ड्रॉ रहा। हालांकि भारत पहले ही सीरीज में अजेय बढ़त बना चुका था। इस मैच में भी भारतीय बल्लेबाजों और गेंदबाजों का बेहतरीन प्रदर्शन देखने को मिला।

भारत के विदेशी दौरों का टर्निंग प्वाइंट बनी 1986 की सीरीज

Advertisment

इस जीत के बाद भारतीय टीम को विदेशी जमीन पर टेस्ट क्रिकेट में एक नई पहचान मिली। यह भारत की इंग्‍लैंड में दूसरी सीरीज थी। इससे पहले अजित वाडेकर की कप्तानी में भारत ने 1971 में इंग्लैंड को हराया था। इस सीरीज में भारत के सबसे सफल बल्लेबाज दिलीप वेंगसरकर रहे, जिन्होंने 360 रन बनाए और "प्लेयर ऑफ द सीरीज" चुने गए। वहीं चेतन शर्मा ने कुल 16 विकेट झटके। कपिल देव की कप्तानी की हर तरफ सराहना हुई।

ind vs eng

ind vs eng
Advertisment
Advertisment