नई दिल्ली, वाईबीएन स्पोर्ट्स।पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने राजनीति में जाने की अटकलों पर विराम लगाते हुए साफ कर दिया है कि उनकी इसमें कोई दिलचस्पी नहीं है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि अगर भविष्य में उन्हें भारतीय टीम का कोच बनने का मौका मिलता है तो उन्हें उससे कोई ऐतराज नहीं होगा।
''क्रिकेट कोचिंग को लेकर सोचा नहीं''
जल्द ही 53 साल के होने जा रहे गांगुली ने कहा कि अभी उन्होंने कोचिंग को लेकर गंभीरता से नहीं सोचा है। एक पॉडकास्ट इंटरव्यू में मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा, “मैंने इसके बारे में सोचा नहीं, क्योंकि मैं अलग-अलग भूमिकाओं में रहा हूं। 2013 में प्रतिस्पर्धी क्रिकेट छोड़ने के बाद बीसीसीआई अध्यक्ष भी रहा। देखते हैं आगे क्या होता है।”
जब उनसे कहा गया कि भारत का कोच बनकर वह और भी योगदान दे सकते हैं, तो गांगुली ने मुस्कुराते हुए कहा, “देखते हैं क्या होता है। मैं अभी 53 का ही हूं। इससे मुझे कोई ऐतराज नहीं है। देखते हैं आगे क्या होता है।”
राजनीति में एंट्री पर दिया साफ जवाब
राजनीति में जाने की चर्चाओं पर गांगुली ने स्पष्ट कहा कि वह इस ओर कोई कदम नहीं उठाने जा रहे। जब उनसे पूछा गया कि क्या वह 2026 में होने वाले पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले किसी राजनीतिक पार्टी से जुड़ेंगे तो उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा, “मेरी कोई दिलचस्पी नहीं है।” यहां तक कि अगर उन्हें मुख्यमंत्री पद की पेशकश की जाए तो भी उन्होंने साफ कर दिया कि इसमें उनकी कोई रुचि नहीं है।
गंभीर की तारीफ, इंग्लैंड सीरीज को बताया अहम
सौरव गांगुली ने भारतीय टीम के मौजूदा कोच गौतम गंभीर की भी जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि दुबई में चैम्पियंस ट्रॉफी के बाद से गंभीर ने लय पकड़ ली है। शुरुआत में ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के खिलाफ हार जरूर मिली, लेकिन अब टीम बेहतर कर रही है। गांगुली ने इंग्लैंड के खिलाफ आगामी टेस्ट सीरीज को बेहद अहम करार दिया।
गंभीर की रणनीति को लेकर गांगुली ने कहा, “मैंने उसे इस भूमिका में बहुत करीब से नहीं देखा, लेकिन उसका जुनून देखा है। वह सीधी बात करता है, साफ सोचता है और अपने विचार खुलकर रखता है। टीम और खिलाड़ियों के बारे में उसकी सोच स्पष्ट है।”