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ग्रैंडमास्‍टर Divya Deshmukh ने रचा इतिहास, FIDE विमेंस कप के फाइनल में पहुंचने वाली पहली खिलाड़ी बनीं

भारतीय ग्रैंडमास्टर दिव्या देशमुख FIDE विमेंस कप के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला बन गई हैं । उन्होंने सेमीफाइनल में चीन की पूर्व विश्व चैंपियन तान झोंग्यी को 1.5-0.5 से हराया।

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Suraj Kumar
divya deshmukh
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नई दिल्‍ली, वाईबीएन स्‍पोर्ट्स। भारतीय ग्रैंडमास्‍टर दिव्‍या देशमुख ने इतिहास रच दिया है। वे FIDE विमेंस कप के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी बन गईं हैं। जॉर्जिया में खेले जा रहे इस टूर्नामेंट में दिव्‍या ने लगातार तीसरी जीत दर्ज की। उन्‍होंने सेमीफाइनल में चीन की ग्रैंडमास्‍टर तान झोंग्यी को हराया। इस जीत के साथ ही दिव्या ने अपना पहला ग्रैंडमास्टर नॉर्म हासिल किया और 2026 FIDE महिला कैंडिडेट्स टूर्नामेंट में अपनी जगह पक्की की। वहीं, कोनेरू हम्पी का फैसला आज टाई-ब्रेकर मैच (रैपिड/ब्लिट्ज) से होगा। चीनी खिलाड़ी टिंगजी लेई के खिलाफ दोनों गेम ड्रॉ रहा।

दिव्या ने पूर्व विश्व चैंपियन तान झोंग्यी को दी मात

19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने शानदार प्रदर्शन करते हुए सेमीफाइनल में पूर्व वर्ल्ड चैंपियन तान झोंग्यी को 1.5-0.5 के अंतर से हराया। पहले गेम में सफेद मोहरों से खेलते हुए दिव्या ने 101 चालों में जीत दर्ज की। उन्होंने बीच के खेल में लगातार दबाव बनाकर झोंग्यी को गलतियां करने के लिए मजबूर कर दिया। दूसरे गेम में भी दिव्या को सफेद मोहरों से खेलने का फायदा मिला। एक मौके पर क्वीन की अदला-बदली से वह सीधे जीत की स्थिति में आ सकती थीं, लेकिन उन्होंने क्वीन को बोर्ड पर बनाए रखते हुए भी अपनी स्थिति मजबूत बनाए रखी। हालांकि, झोंग्यी ने कुछ देर के लिए वापसी की और बढ़त भी हासिल की। लेकिन समय की कमी के दबाव में झोंग्यी ने निर्णायक गलती कर दी, जिससे दिव्या को दो प्यादों की बढ़त मिल गई। अंतिम क्षणों में झोंग्यी के पास ड्रॉ के कुछ मौके थे, लेकिन वह उन्हें भुना नहीं सकीं, और इस तरह दिव्या ने मुकाबला अपने नाम कर लिया।

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कोनेरू हम्पी को टाई-ब्रेक का इंतजार

भारतीय ग्रैंडमास्टर कोनेरू हम्पी का सेमीफाइनल मुकाबला चीन की लेई टिंगजी के खिलाफ ड्रॉ पर समाप्त हुआ। सफेद मोहरों से खेलने के बावजूद हम्पी लेई के सशक्त बचाव को भेद नहीं सकीं। अब इस मुकाबले का फैसला टाई-ब्रेक से होगा, जो गुरुवार को रैपिड और ब्लिट्ज फॉर्मेट में खेला जाएगा। इसी के जरिए यह तय होगा कि फाइनल में पहुंचने वाली दूसरी खिलाड़ी कौन होगी।

पहली बार चार भारतीय महिला शतरंज खिलाड़ी क्वार्टर फाइनल में

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इस टूर्नामेंट में भारत ने नया इतिहास रच दिया है, जहां पहली बार चार भारतीय महिला शतरंज खिलाड़ी क्वार्टर फाइनल में पहुंची हैं। कोनेरू हम्पी के साथ हरिका द्रोणावल्ली, आर. वैशाली और दिव्या देशमुख ने अंतिम आठ में अपनी जगह सुनिश्चित की है।

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