पटना, वाईबीएन संवाददाता। बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बीच आज पटना में महागठबंधन (INDIA अलायंस) की पहली औपचारिक बैठक होने जा रही है, जिसमें सभी सहयोगी दलhttps://youngbharatnews.com/ipl-2025-news/ipl-2025-hardik-pandya-mumbai-indians-t20-world-cup-jio-star-expert-harbhajan-singh-8876941 शामिल होंगे। इस अहम बैठक से पहले विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख मुकेश सहनी ने बड़ा बयान देकर सियासी हलचल और तेज कर दी है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि अगर महागठबंधन सत्ता में आता है, तो तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री बनेंगे और वे खुद उपमुख्यमंत्री की भूमिका में होंगे।
रणनीति पर होगी चर्चा
राजद कार्यालय में दोपहर करीब 2 बजे शुरू होने वाली इस बैठक में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए साझा रणनीति और सीट बंटवारे को लेकर चर्चा की जाएगी। लेकिन इससे पहले ही मुकेश सहनी ने एक जनसभा में अपने राजनीतिक इरादे साफ कर दिए हैं। | BIHAR ASSEMBLY | Bihar Assembly Elections 2025 | bihar assembly election
बोले, तेजस्वी होंगे सीएम
नालंदा जिले में मंगलवार को आयोजित एक जनसभा में सहनी ने कहा कि जब तक हमारी पार्टी के पास दो-तीन दर्जन विधायक नहीं होंगे, तब तक हम आगे नहीं बढ़ पाएंगे। लेकिन अगर ऐसा हुआ, तो हमारी सरकार बनेगी और मेरे छोटे भाई तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री होंगे, जबकि मैं डिप्टी सीएम बनूंगा। मुकेश सहनी के इस बयान को महागठबंधन के भीतर चल रही मुख्यमंत्री पद के चेहरे को लेकर जारी बहस के संदर्भ में अहम माना जा रहा है। उन्होंने तेजस्वी यादव के नाम पर अपनी सहमति जताकर यह संकेत दिया है कि वे आरजेडी के नेतृत्व को समर्थन दे रहे हैं।
महागठबंधन में पिछले कुछ समय से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार को लेकर सहमति नहीं बन पाई है। आरजेडी लगातार तेजस्वी यादव को गठबंधन का चेहरा घोषित कर रही है, लेकिन कांग्रेस की ओर से अब तक औपचारिक मंजूरी नहीं मिली है। ऐसे में मुकेश सहनी द्वारा तेजस्वी के नाम का समर्थन करना और साथ ही उपमुख्यमंत्री पद की इच्छा जाहिर करना कांग्रेस के लिए असहज स्थिति पैदा कर सकता है।
नित्यानंद राय ने घमंडिया गठबंधन करार दिया
महागठबंधन की बैठक पर प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता नित्यानंद राय ने गठबंधन को "घमंडिया गठबंधन" करार दिया। उन्होंने कहा, "यह बैठक एक दिखावा मात्र है। कांग्रेस और राजद के बीच टकराव चरम पर है। तेजस्वी यादव भ्रष्टाचार और वंशवाद की राजनीति के प्रतीक हैं, जबकि कांग्रेस कन्हैया कुमार को आगे बढ़ाने की कोशिश कर रही है। दोनों दलों की नीयत को बिहार की जनता भली-भांति जानती है।"
महागठबंधन बिखरा
वहीं जदयू नेता राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि महागठबंधन भीतर से बिखर चुका है। उन्होंने कहा, "राजद और कांग्रेस के बीच अविश्वास की दीवार खड़ी हो चुकी है। एक ओर एनडीए को जनता का प्रचंड समर्थन मिल रहा है, वहीं दूसरी ओर महागठबंधन केवल औपचारिकता निभा रहा है। उनका कोई ठोस विजन नहीं दिखता।" बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर राज्य की राजनीति में तेजी से हलचल बढ़ रही है। महागठबंधन की आज की बैठक को इसी दृष्टि से काफी अहम माना जा रहा है। इसमें केवल सीट शेयरिंग ही नहीं, बल्कि आगामी सरकार के गठन की रूपरेखा और जनसंपर्क अभियानों की रणनीति पर भी विचार किया जाएगा