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Uttarkashi में बादल फटने से तबाही: सेना कैंप चपेट में आने से कई जवान लापता, हेलीपैड भी बहा

उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धराली गांव में मंगलवार दोपहर बादल फटने से भारी तबाही मच गई। इस हादसे में अब तक चार लोगों की मौत हुई है और 50 से अधिक लोग लापता हैं। हादसे के समय धराली में 200 से ज्यादा लोग मौजूद थे।

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Ranjana Sharma
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देहरादून, वाईबीएन डेस्क: उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में मंगलवार दोपहर करीब 1:45 बजे धराली गांव के पास भीषण बादल फटने की घटना ने तबाही मचा दी। इस प्राकृतिक आपदा में अब तक चार लोगों की मौत हो चुकी है और 50 से अधिक लोग लापता बताए जा रहे हैं। हादसे के वक्त धराली क्षेत्र में स्थानीय लोगों और यात्रियों सहित करीब 200 लोग मौजूद थे।

धराली और हर्षिल आया चपेट में 

बादल फटने की यह घटना हरि शिला पर्वत स्थित सात ताल क्षेत्र से निकली खीर गंगा के पास हुई, जिससे दोनों ओर बसे इलाके—धराली और हर्षिल—भी इसकी चपेट में आ गए। हर्षिल के तेल गाड़ क्षेत्र में स्थित सेना का कैंप भी इस तबाही से बुरी तरह प्रभावित हुआ है।

सेना के 10 जवान लापता

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सेना के 14 राजरिफ यूनिट द्वारा संचालित इस कैंप में मौजूद मेस और कैफे बाढ़ की चपेट में आ गए। रिपोर्ट्स के अनुसार, सेना के 10 जवान और एक जूनियर कमिशन अधिकारी (JCO) लापता हैं, जबकि एक अधिकारी घायल हुआ है। इसके बावजूद, यूनिट के कमांडिंग ऑफिसर और अन्य जवान राहत और बचाव कार्य में लगे हुए हैं।

हेलीपैड को भी बहा ले गया पानी 

इस आपदा ने हर्षिल में नदी किनारे बने हेलीपैड को भी बहा दिया है, जिससे हवाई राहत अभियान संभव नहीं हो पा रहा है। खीरगढ़ नाले में उफान आने के कारण स्थिति और गंभीर हो गई है।इइसके अलावा, उत्तरकाशी से करीब 18 किलोमीटर दूर नेतला में भूस्खलन की वजह से धराली तक सड़क मार्ग भी बंद हो गया है। गंगोत्री धाम का संपर्क मार्ग भी पूरी तरह से टूट चुका है।

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अभी तक 15 लोगों को बाहर निकाला गया

फिलहाल उत्तरकाशी पुलिस, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और सेना की टीमें मौके पर मौजूद हैं और सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य जारी है। सेना के जवानों ने तुरंत प्रतिक्रिया देते हुए करीब 15 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला है। Uttarkashi Rain Alert

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