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मसूरी, वाईबीएन डेस्क:मसूरी में इन दिनों प्रशासनिक तनातनी चरम पर है। नगर पालिका और गढ़वाल जल संस्थान के बीच स्टाफ रूम के कब्जे और पानी के कनेक्शन काटे जाने को लेकर विवाद इतना बढ़ गया कि शुक्रवार को हाई वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला। विवाद की शुरुआत तब हुई जब नगर पालिका का एक कर्मचारी गढ़वाल जल संस्थान के स्टाफ रूम में बिना पूर्व अनुमति पहुंचा। जल संस्थान ने आरोप लगाया कि वह कर्मचारी बिना आधिकारिक आदेश के कमरे पर कब्जा करने की कोशिश कर रहा था। प्रतिक्रिया स्वरूप जल संस्थान के कर्मचारियों ने मौके पर पहुंचकर कमरे में रखा सामान बाहर निकाल दिया और रूम को दोबारा अपने नियंत्रण में ले लिया।
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बिना सूचना के पानी के कनेक्शन काटे
इस घटनाक्रम के बाद मामला और बिगड़ गया, जब नगर पालिका ने आरोप लगाया कि जल संस्थान ने बिना किसी पूर्व सूचना के उनके कर्मचारियों के पानी के कनेक्शन काट दिए, जिससे उन्हें भारी असुविधा हुई। नगर पालिका अधिशासी अधिकारी तनवीर मारवाह ने कहा, “हमने जल संस्थान को पालिका की जमीन पर ऑफिस खोलने की अनुमति दी थी, लेकिन अब वही संस्थान हमारे कर्मचारियों को परेशान कर रहा है। यह पूर्णतः अनुचित है।
स्टाफ रूम में जबरन घुसने की कोशिश
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वहीं जल संस्थान के अधिशासी अभियंता अमित कुमार ने सफाई देते हुए कहा कि पालिका का एक कर्मचारी अवैध रूप से हमारे स्टाफ रूम में घुसने की कोशिश कर रहा था। हमने समय रहते कार्रवाई की और कमरे को दोबारा कब्जे में लिया। ऐसी हरकत बर्दाश्त नहीं की जा सकती। हालांकि दोपहर बाद कटे हुए पानी के कनेक्शन फिर से जोड़ दिए गए, जिससे स्थिति कुछ हद तक सामान्य हुई, लेकिन दोनों विभागों के बीच तनाव अभी भी बना हुआ है।
उच्च अधिकारियों तक पहुंचा विवाद
अब यह विवाद उच्च अधिकारियों तक पहुंच गया है और सोमवार को दोनों विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों की संयुक्त बैठक बुलाई गई है, जिसमें पूरे घटनाक्रम की समीक्षा कर समाधान निकालने की कोशिश की जाएगी। स्थानीय नागरिकों ने इस विवाद पर नाराजगी जताई है। उनका कहना है कि दो विभागों के आपसी समन्वय की कमी का खामियाजा कर्मचारियों और आम जनता को भुगतना पड़ रहा है। लोग आशा कर रहे हैं कि सोमवार की बैठक से तनाव खत्म होगा और मसूरी में प्रशासनिक व्यवस्था फिर से पटरी पर लौटेगी।
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