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Indira पर की गई टिप्पणी पर Congress MLA आग-बबूला, पुलिस ने Rajsthan Assembly घेराव से रोका

पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी पर की गई विवादित टिप्पणी और छह कांग्रेस विधायकों के निलंबन के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ता ने सोमवार को विधानसभा का घेराव करने जा रहे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक लिया।

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Ranjana Sharma
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Indira Gandhi
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Rajasthan Assembly: पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी पर की गई विवादित टिप्पणी और छह कांग्रेस विधायकों के निलंबन के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ता ने सोमवार को विधानसभा का घेराव करने जा रहे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक लिया। कार्यकर्ता सरकार विरोधी नारे लगा रहे थे, जब पुलिस ने 22 गोदाम सर्किल स्थित भारत पेट्रोल पंप के पास बैरिकेड्स लगाकर प्रदर्शनकारियों को आगे बढ़ने से रोका। इस दौरान पुलिस बल पूरी तरह से तैनात था, जबकि कांग्रेस नेताओं ने बैरिकेडिंग के बीच बने मंच से अपना संबोधन किया।

मंत्री के बयान पर विवाद

21 फरवरी को विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री अविनाश गहलोत द्वारा इंदिरा गांधी पर की गई टिप्पणी से विवाद बढ़ गया। गहलोत ने सवाल का जवाब देते हुए कहा था कि 2023-24 में उनकी दादी इंदिरा गांधी के नाम पर योजना का नाम रखा गया था। इसके बाद संसदीय कार्यमंत्री जोगाराम पटेल ने कहा कि "दादी" सम्मानजनक शब्द है। पटेल के बयान के बाद हंगामा बढ़ गया और कांग्रेस विधायक स्पीकर की टेबल तक पहुंच गए। इस पर स्पीकर ने सदन की कार्यवाही आधे घंटे के लिए स्थगित कर दी थी।

छह कांग्रेसी विधायकों का किया  निलंबन

इस मुद्दे पर गतिरोध बढ़ने के बाद कांग्रेस विधायकों ने सदन में हंगामा किया। सदन की कार्यवाही को चार बार स्थगित किया गया। इस विवाद के चलते मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग ने कांग्रेस विधायकों के निलंबन का प्रस्ताव रखा जिसे स्पीकर वासुदेव देवनानी ने मंजूर कर लिया। निलंबित विधायकों में गोविंद सिंह डोटासरा, उप नेता प्रतिपक्ष रामकेश मीणा, अमीन कागजी, जाकिर हुसैन गैसावत, हाकम अली खान और संजय कुमार शामिल थे, जिन्हें बजट सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित कर दिया गया।
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विरोध और सुलह का प्रयास

कांग्रेस विधायकों का धरना सोमवार को चौथे दिन भी जारी रहा। विधायकों ने लगातार तीन रातें सदन में ही बिताई हैं। इस विवाद के बाद जिसमें अविनाश गहलोत की इंदिरा गांधी पर की गई टिप्पणी और कांग्रेस के विधायकों का निलंबन शामिल था, सरकार की सुलह की कोशिशें अब तक असफल रही हैं। 
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