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Crime: राम की हत्या में लक्ष्मण गिरफ्तार, दिल्ली पुलिस सात साल से कर रही थी पीछा

काफी ढूंढने के बाद भी जब लक्ष्मण प्रसाद नहीं मिला तो कोर्ट ने उसे  2019 में भगोड़ा घोषित कर दिया था, लेकिन पुलिस ने उसके बाद भी उसकी खोज जारी रखी और अंततः सफलता भी मिल गई।

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Dhiraj Dhillon
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Simbolic Image Photograph: (Google)

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नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क। 

Crime News: दिल्ली पुलिस ने राम प्रवेश की हत्या के आरोप में लक्ष्मण प्रसाद को गिरफ्तार किया है। लक्ष्मण हत्या करने के बाद दिल्ली से फरार हो गया था। दिल्ली पुलिस ने सात साल तक पीछा करने के बाद उसे बिहार से गिरफ्तार करने का दावा किया है।

दिहाड़ी मांगने पर उतारा था मौत क‌े घाट

पूर्वी दिल्ली के मंडावली इलाके में दिहाड़ी मांगने पर मजदूर को ठेकेदार ने मौत के घाट उतार दिया था। पुलिस ने बताया कि आरोपी को बिहार के गया से गिरफ्तार कर ट्रांजिट रिमांड पर दिल्ली लाया गया है। पुलिस के मुताबिक हत्यारोपी 40 वर्षीय लक्ष्मण प्रसाद बिहार के नवादा जिले का रहने वाला है। वह दिल्ली में ठेकेदारी करता था। दिहाड़ी के पैसे मांगने पर उसने 2018 में मजदूर राम प्रवेश की हत्या कर दी थी।

भतीजे के साथ दिया था वारदात को अंजाम

मंडावली थाना पुलिस के मुताबिक आरोपी ठेकेदार लक्ष्मण प्रसाद ने अपने भतीजे मुरारी के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया था। चाचा - भतीजे ने चाकू मारकर बड़े दर्दनाक अंदाज में राम प्रवेश को मौत के घाट उतारा था। उसके बाद दोनों बिहार चले गए। लक्ष्मण ने पूछताछ के दौरान पुलिस को बताया कि राम प्रवेश बार-बार बकाया वेतन की मांग कर रहा था। मेरे पास पैसे नहीं थे, इसलिए भतीजे के साथ मिलकर चाकू से गोदकर हत्या कर दी थी।

हत्या के बाद दूसरे शहरों में करता रहा ठेकेदारी

ठेकेदार लक्ष्मण प्रसाद ने बताया कि चाचा- भतीजा कुछ दिन बिहार में रहने के बाद काम के सिलसिले में फिर निकल गए और इस बीच उसने कई शहरों में रहकर ठेकेदारी का काम किया। पूछताछ में उसने बताया कि राम प्रवेश लगातार सबके सामने उससे पैसे देने की मांग करता था, इस बात से उसने खुद को लज्जित महसूस किया और परेशान होकर मौत के घाट उतार दिया। पुलिस ने बताया कि काफी ढूंढने के बाद भी जब लक्ष्मण प्रसाद नहीं मिला तो कोर्ट ने उसे  2019 में भगोड़ा घोषित कर दिया था, लेकिन पुलिस ने उसके बाद भी अपने उसकी खोज जारी रखी और अंततः सफलता भी मिल गई।

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