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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान 205.33 मीटर को पार कर बुधवार रात आठ बजे पुराने रेलवे पुल पर 205.35 मीटर तक पहुंच गया। अधिकारियों ने बताया कि नदी में जल स्तर सुबह से ही बढ़ रहा है और लगातार दूसरे दिन यह चेतावनी के निशान 204.50 मीटर से ऊपर बना रहा। केंद्रीय जल आयोग की ओर से मंगलवार शाम जारी बाढ़ की चेतावनी में जलस्तर बुधवार शाम तक खतरे के निशान को पार करने का अनुमान जताया गया था।
लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजने का कहा
आयोग ने अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में निगरानी रखने और आवश्यक कार्रवाई करने, जैसे कि नदी के तटबंधों के पास रहने वाले लोगों को चेतावनी देने और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की व्यवस्था करने की सलाह दी है। अधिकारियों ने बताया कि बुधवार सुबह नौ बजे यमुना का जलस्तर 204.61 मीटर था। जलस्तर 206 मीटर पहुंचने पर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना शुरू कर दिया जाता है। पुराना रेलवे पुल नदी के प्रवाह और संभावित बाढ़ के जोखिमों पर नजर रखने के लिए एक प्रमुख अवलोकन बिंदु है।
#WATCH | Yamuna river swells and flows above the danger mark in Delhi.
— ANI (@ANI) August 28, 2025
Visuals from the Old Yamuna Bridge. pic.twitter.com/OdqMZve99l
हथिनीकुंड बैराज से हर घंटे छोड़ा जा रहा पानी
केंद्रीय बाढ़ कक्ष के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘जलस्तर में वृद्धि का मुख्य कारण वज़ीराबाद और हथिनीकुंड बैराज से हर घंटे भारी मात्रा में पानी छोड़ा जाना है। जलस्तर और बढ़ने का अनुमान है।’’ बाढ़ नियंत्रण विभाग के अनुसार, वजीराबाद से हर घंटे लगभग 41,206 क्यूसेक पानी और हथिनीकुंड बैराज से लगभग 55,830 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। बैराज से छोड़े गए पानी को दिल्ली पहुंचने में आमतौर पर 48 से 50 घंटे लगते हैं। ऊपरी इलाकों से कम पानी छोड़े जाने के बावजूद यमुना का जलस्तर बढ़ रहा है।