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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क: पिछले सप्ताह अहमदाबाद में आयोजित रथयात्रा के दौरान अचानक हाथियों के उग्र हो जाने की घटना में उन्हें नियंत्रित करने और उनकी सहायता के लिए जामनगर स्थित वन्यजीव पुनर्वास केंद्र वनतारा ने त्वरित कार्रवाई करते हुए अपनी पशु चिकित्सकों की टीम, वरिष्ठ महावतों और विशेष सुविधाओं से लैस हाथी एंबुलेंस को मौके पर भेजा। वनतारा द्वारा जारी एक बयान में बताया गया कि इस अप्रत्याशित घटना के दौरान शोभायात्रा में शामिल हाथी काफी घबरा गए थे जिससे मौके पर मौजूद लोगों में हड़कंप मच गया और अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
वनतारा की टीम ने अत्यंत तेज और पेशेवर ढंग से काम किया
भीड़भाड़ और शोरगुल के कारण जानवरों की आवाजाही में परेशानी आने लगी जिससे स्थिति और अधिक चिंताजनक हो गई। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए राज्य के वन विभाग के अधिकारियों ने तुरंत वनतारा से सहायता मांगी। गुजरात के मुख्य वन संरक्षक डॉ. के रमेश ने जानकारी दी कि वनतारा की टीम ने अत्यंत तेज और पेशेवर ढंग से काम किया। उन्होंने स्थानीय अधिकारियों और पशु संचालकों के साथ मिलकर हाथियों की स्थिति का आकलन किया और उनके सुरक्षित पुनर्वास की व्यवस्था सुनिश्चित की।
वनतारा द्वारा पशु कल्याण के प्रति दिखाए गए समर्पण की सराहना
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डॉ. रमेश ने यह भी बताया कि प्रभावित हाथियों को तत्काल चिकित्सा सुविधा और आवश्यक सहायता उपलब्ध कराई गई, और अब उनकी लगातार देखभाल वनतारा के केंद्र में की जा रही है। बयान में यह भी उल्लेख किया गया कि वनतारा ने इस मिशन के लिए विशेष रूप से प्रशिक्षित पशु चिकित्सकों, अनुभवी महावतों और अत्याधुनिक उपकरणों से सुसज्जित हाथी एंबुलेंस की आपातकालीन टीम घटनास्थल पर भेजी थी। इस पर श्री जगन्नाथ मंदिर न्यास समिति के न्यासी महेंद्र झा ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वनतारा के समय पर किए गए हस्तक्षेप के चलते हाथियों को तत्काल चिकित्सा और पुनर्वास मिल सका। उन्होंने कहा कि हम वनतारा द्वारा पशु कल्याण के प्रति दिखाए गए समर्पण की सराहना करते हैं। उनकी तत्परता और संवेदनशीलता ने संकट की इस घड़ी में हाथियों को राहत पहुंचाई और उन्हें वह देखभाल दी जिसकी तत्काल आवश्यकता थी। ahmedabad
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