/young-bharat-news/media/media_files/2025/07/21/befunky-collage-12-2025-07-21-16-30-58.jpg)
नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क: दिल्ली के वज़ीराबाद में फिल्म 'स्पेशल 26' जैसी एक सनसनीखेज वारदात सामने आई है, जिसमें तीन ठगों ने खुद को सीबीआई अधिकारी बताकर एक घर में छापा मारा और लाखों की नकदी व गहने लेकर फरार हो गए। यह घटना न केवल ठगी के हाईटेक होते तौर-तरीकों को दिखाती है, बल्कि इस बात की भी चेतावनी देती है कि ठग अब किस स्तर की चालाकी से अपराध को अंजाम दे रहे हैं। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने अब इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
ऐसे दिया वारदात को अंजाम
दिल्ली पुलिस के अनुसार, वज़ीराबाद इलाके में रहने वाली इशरत नाम की महिला के घर तीन लोग पहुंचे और खुद को सीबीआई अधिकारी बताते हुए कहा कि वे एक एफआईआर और तलाशी वारंट के आधार पर तलाशी लेने आए हैं। उन्होंने कोई दस्तावेज़ नहीं दिखाया, लेकिन सीबीआई अधिकारी की तरह व्यवहार करते हुए पूरे परिवार को एक कोने में बैठा दिया। तीनों में से एक, जिसने खुद को सुनील दुबे बताया, परिवार से सख्ती से पेश आया और तलाशी का नाटक करते हुए दो अन्य साथियों के साथ घर की तलाशी लेने लगा। इस दौरान उन्होंने अलमारी तोड़कर उसमें रखे लगभग तीन लाख रुपये नकद और सोने-चांदी के आभूषण चुरा लिए। जब इशरत ने उनसे दस्तावेज़ मांगे, तो उन्होंने डांटकर जवाब दिया और कहा, "पहले हमें काम करने दो, बाद में सबको थाने ले चलेंगे। कुछ देर बाद परिवार को शक हुआ और उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी, लेकिन तब तक तीनों नकली अफसर फरार हो चुके थे।
जांच में जुटी पुलिस, टेक्नोलॉजी से लगाया सुराग
घटना की गंभीरता को देखते हुए इंस्पेक्टर मनोज कुमार वर्मा के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई। टीम ने घटनास्थल के आसपास लगे 200 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। एक फुटेज में दो आरोपी मोटरसाइकिल पर जाते दिखाई दिए। जांच में पता चला कि मोटरसाइकिल शाइना उर्फ़ टन्नू के नाम पर रजिस्टर्ड थी।
लोकेशन हरिद्वार में मिली
आरोपियों की पहचान केशव प्रसाद और शाइना के रूप में हुई, जो अपने घर से फरार थे। तकनीकी निगरानी में दोनों की लोकेशन हरिद्वार में मिली। पुलिस हरिद्वार पहुंची, लेकिन वे वहां से फरार हो चुके थे। अंततः लगातार पीछा करते हुए पुलिस ने 18 जुलाई की शाम शाइना और केशव को मसूरी से गिरफ्तार किया और उनकी निशानदेही पर तीसरे आरोपी विवेक सिंह को हरिद्वार से दबोच लिया।
रिश्तेदार निकली मुख्य साजिशकर्ता
पूछताछ में शाइना ने बताया कि वह शिकायतकर्ता की दूर की रिश्तेदार है और उसे पता था कि घर में नकदी और गहने हैं। इसी लालच में उसने अपने दोस्त केशव को शामिल किया और फिर केशव ने अपने पड़ोसी विवेक को योजना में जोड़ा। तीनों ने मिलकर CBI अधिकारी बनकर लूट की पूरी योजना बनाई और वारदात को अंजाम देने के बाद हरिद्वार और मसूरी घूमने निकल गए।
बरामदगी और आरोपियों की पहचान
डीसीपी नॉर्थ राजा बांठिया के अनुसार, आरोपियों की पहचान शाइना उर्फ़ टन्नू, केशव प्रसाद और विवेक सिंह के रूप में हुई है। पुलिस ने इनके पास से लूट के 1.75 लाख रुपये नकद, 29 सोने-चांदी के आभूषण, वारदात में प्रयुक्त मोटरसाइकिल और फर्जी अधिकारियों की वर्दी बरामद की है।