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गुरुग्राम, वाईबीएन डेस्क: हरियाणा का गुरुग्राम जिसे 'साइबर सिटी' के नाम से जाना जाता है, आजकल कचरे के ढेर और जलभराव की गंभीर समस्याओं से जूझ रहा है। हाई-टेक छवि वाला यह शहर बदहाल बुनियादी ढांचे के कारण आलोचना का शिकार बनता जा रहा है। अब इस गंदगी और अव्यवस्था पर फ्रांसीसी मूल की महिला मैथिडे आर ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।मैथिडे ने एक भारतीय से विवाह किया है और वह वर्षों से गुरुग्राम में रह रही हैं । उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' (पूर्व में ट्विटर) पर शहर की बदहाली की तस्वीरें साझा कर अपनी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने गुरुग्राम की तुलना सुअर के घर से की और लिखा, "यहां रहना किसी अभिशाप से कम नहीं है।
मैथिडे के तीखे सवाल
मैथिडे ने लिखा कि गुरुग्राम एक आधुनिक और शांत शहर बन सकता था, लेकिन अब यह कचरे का ढेर बन चुका है। उन्होंने कहा कि कई लोग इस गंदगी से परेशान होकर दिल्ली लौट रहे हैं या देश ही छोड़ रहे हैं, और जो लोग यहीं रह रहे हैं, वे खुद को बदकिस्मत मानने लगे हैं। उन्होंने तंज कसते हुए पूछा, "हम टैक्स किसलिए देते हैं? बेहतर जीवन के लिए या अधिकारियों की ऐशोआराम के लिए?" मैथिडे ने नगरपालिका की जर्जर मशीनों और बेकार हो चुकी कचरा प्रबंधन व्यवस्था पर भी तीखा हमला बोला।
पर्यटन और पर्यावरण पर चिंता
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मैथिडे ने यह भी पूछा कि क्या कोई पर्यटक ऐसे शहर में आना चाहेगा जहाँ सड़कों पर गंदा पानी, कूड़ा और बदबू फैली हो? उन्होंने कहा कि लोग घर से बाहर निकलते हैं तो कीचड़ और गंदगी में चलना उनकी मजबूरी बन जाती है। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि कचरा जलाने से वातावरण में जहरीले तत्व फैल रहे हैं, जो लोगों के स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक हैं। मैथिडे की यह पोस्ट कोई पहली चेतावनी नहीं है। इससे पहले जेट एयरवेज के पूर्व सीईओ संजीव कपूर ने भी गुरुग्राम की हालत पर चिंता जताई थी। उन्होंने सेक्टर 44 की तस्वीरें साझा करते हुए अधिकारियों की लापरवाही पर सवाल उठाए थे। केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह भी नगर निकायों को फटकार लगा चुके हैं।
पर्यावरण प्रेमी मैथिडे
मैथिडे न केवल पर्यावरण प्रेमी हैं, बल्कि जानवरों की भी संरक्षक हैं। उनके सोशल मीडिया प्रोफाइल पर 500 से ज्यादा फॉलोअर्स हैं और उन्होंने अब तक 60 से अधिक पर्यावरण-संबंधी वीडियो साझा किए हैं। उन्होंने कहा कि वे भारत में भी उसी जवाबदेही की उम्मीद रखती हैं, जैसी उनके देश में है।गुरुग्राम के स्थानीय लोग भी लंबे समय से इस गंदगी और लापरवाही से परेशान हैं। उनका कहना है कि शिकायतों के बावजूद प्रशासन कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा। अब मैथिडे की पोस्ट ने इस मुद्दे को एक बार फिर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का विषय बना दिया है।लोगों का कहना है कि अगर विदेशी नागरिक इस तरह की स्थिति पर टिप्पणी करने लगे हैं, तो यह देश और शहर दोनों के लिए शर्मनाक है। Gurugram
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