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कोलकाता, वाईबीएन डेस्क:पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबादजिले में डोमकल थाना क्षेत्र से एक बड़ा खुलासा हुआ है, जहां पुलिस ने अवैध हथियार बनाने की एक फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है। इस छापेमारी में भारी संख्या में तैयार और अधबने हथियार, जिंदा कारतूस, नकली भारतीय नोट, और हथियार बनाने की मशीनें जब्त की गई हैं। इस मामले में एक युवक सिराज मंडल को गिरफ्तार किया गया है, जिससे पूछताछ जारी है और कई अहम जानकारियां मिलने की संभावना है। पुलिस का मानना है कि विधानसभा चुनाव से पहले इलाके में अशांति फैलाने के लिए इस हथियार बनाने वाले नेटवर्क को सक्रिय किया गया था।
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निश्चिंदपुर-दारपारा इलाके में छापेमारी की।
डोमकल थाने की पुलिस और जिला पुलिस के विशेष अभियान समूह ने बुधवार रात गुप्त सूचना के आधार पर निश्चिंदपुर-दारपारा इलाके में छापेमारी की। सिराज मंडल के घर से एक राइफल, चार तैयार पाइप गन, बारह अधबनी पाइप गन, .303 बोर की तीन गोलियां, नौ पाइप गन की गोलियां और एक खाली कारतूस बरामद हुए। इसके अलावा, 40 हजार रुपए मूल्य के नकली भारतीय नोट भी पुलिस के हाथ लगे हैं, जिससे शक हुआ कि आरोपी न केवल हथियारों के निर्माण में शामिल था बल्कि नकली नोटों की तस्करी में भी संलिप्त हो सकता है।
ई मशीनें और उपकरण भी जब्त किए
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पुलिस ने फैक्ट्री में हथियार निर्माण के लिए इस्तेमाल की जाने वाली कई मशीनें और उपकरण भी जब्त किए हैं, जिनमें हाइड्रोलिक पाइप, ड्रिल मशीन, कटिंग मशीन, एयर ब्लोअर, लोहे के हथौड़े, डाई और पाइप शामिल हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि मशीनों की आवाज छिपाने के लिए फैक्ट्री में तेज संगीत बजाया जाता था, ताकि कोई बाहरी शोर न सुन सके। सुरक्षा एजेंसियों को शक है कि आगामी विधानसभा चुनावों के दौरान इस नेटवर्क द्वारा इलाके में अशांति फैलाने के लिए हथियारों का भंडार तैयार किया जा रहा था। पिछले महीने डोमकल, जलांगी और रानीनगर थानों की सीमाओं में भी हथियार तस्करी के कई मामले सामने आए हैं और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। अब इस फैक्ट्री के खुलासे के बाद सुरक्षा एजेंसियां और अधिक सतर्क हो गई हैं। पुलिस आरोपी से इस बात की जानकारी जुटा रही है कि वह किन लोगों के लिए हथियार बना रहा था और इस पूरे नेटवर्क के पीछे कौन-कौन शामिल हैं। यह घटना राज्य की सुरक्षा व्यवस्था पर एक बार फिर गंभीर सवाल उठाती है।
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