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Naxal Encounter: बोकारों में एक करोड़ के इनामी माओवादी समेत आठ नक्सली ढेर, मुठभेड़ जारी

झारखंड के अलावा बिहार, छत्तीसगढ़ से लेकर ओडिशा में 100 से भी अधिक नक्सली वारदातों में उसका नाम आया था। अकेले गिरिडीह जिले में ही 50 से अधिक वारदातों में वह वांटेड था।

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Jyoti Yadav
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Photograph: (flie)

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बोकारो, वाईबीएन नेटवर्क | झारखंडके बोकारो मुठभेड़ में एक करोड़ रुपये का इनामी माओवादी प्रयाग मांझी समेत कुल 8 नक्सलियोंके शव बरामद किए गए हैं। डीजीपी झारखंड ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि बोकारो जिला अंतर्गत ललपनिया स्थित लुगू पहाड़ी इलाके में सुरक्षा बलों और पुलिस के साथ मुठभेड़ में एक करोड़ का इनामी माओवादी कमांडर प्रयाग मांझी सहित आठ नक्सली मारे गए हैं। सोमवार सुबह करीब साढ़े पांच बजे शुरू हुई  मुठभेड़ अभी तक जारी है। 

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एक करोड़ का इनामी माओवादी ढ़ेर

बता दें, जारी मुठभेड़ में लगातार दोनों ओर से रुक-रुक कर गोलीबारी हो रही है।  मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों में एक की शिनाख्त भाकपा माओवादी संगठन के सेंट्रल कमेटी मेंबर प्रयाग मांझी के रूप में हुई। उस पर राज्य सरकार ने एक करोड़ का इनाम रखा था। उसे नक्सली संगठन में विवेक दा उर्फ फुचना उर्फ नागो मांझी उर्फ करण दा के नाम से जाना जाता था। पिछले कुछ महीनों से वह गिरिडीह की पारसनाथ पहाड़ी और आस-पास के इलाके में सक्रिय था।

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कौन है माओवादी प्रयाग मांझी

झारखंड के अलावा बिहार, छत्तीसगढ़ से लेकर ओडिशा में 100 से भी अधिक नक्सली वारदातों में उसका नाम आया था। अकेले गिरिडीह जिले में ही 50 से अधिक वारदातों में वह वांटेड था। वह मूल रूप से धनबाद जिले के टुंडी के दलबुढ़ा का रहने वाला था। सीआरपीएफ की ओर से सोमवार सुबह जारी बयान में चार नक्सलियों के मारे जाने की सूचना दी गई थी। अब यह संख्या आठ हो गई है।

बयान में कहा गया था, "केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल ने राज्य पुलिस के साथ संयुक्त अभियान में झारखंड के बोकारो जिले के ललपनिया क्षेत्र की लुगू पहाड़ियों में मुठभेड़ में चार नक्सलियों को ढेर कर दिया। जवानों ने एक एसएलआर और एक इंसास राइफल बरामद की है। अभी तक जवानों के घायल होने की कोई खबर नहीं है। रुक-रुक कर गोलीबारी जारी है।" बताया गया कि सीआरपीएफ और पुलिस बल की संयुक्त टीम ललपनिया थाना क्षेत्र के लुगू पहाड़ और उसकी तराई वाले जंगली इलाके में सर्च ऑपरेशन पर निकली थी। इसी दौरान जंगल में छिपे नक्सलियों ने पुलिस और सुरक्षा बलों पर गोलीबारी शुरू कर दी। जवानों ने भी मोर्चा संभाला और जवाबी फायरिंग की। सर्च ऑपरेशन में ‘209 कमांडो बटालियन फॉर रेजोल्यूट एक्शन’ (कोबरा) और झारखंड पुलिस के जवान शामिल हैं।

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झारखंड को पूरी तरह नक्सलमुक्त करने का लक्ष्य 

झारखंड में इस वर्ष पुलिस और सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में अब तक 13 नक्सली मारे गए हैं। पुलिस और सुरक्षा बलों ने इस वर्ष तक झारखंड को पूरी तरह नक्सलमुक्त करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। झारखंड पुलिस की ओर से जारी आंकड़े के अनुसार, वर्ष 2024 में पुलिस ने 244 नक्सलियों को गिरफ्तार किया था, जबकि पुलिस और सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में नौ नक्सली मारे गए। 24 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा में लौटने का फैसला लिया। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में चार जोनल कमांडर, एक सब जनरल कमांडर और तीन एरिया कमांडर शामिल थे।

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