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श्रीनगर, वाईबीएन डेस्क । उत्तर भारत के बड़े हिस्सों विशेष रूप से हिमालयी क्षेत्रों में लगातार बारिश कहर बरपा रही है। हिमाचल में ब्यास नदी औ जम्मू की तवी नदी पूरे उफान पर हैं। उधर, मौसम विभाग ने जम्मू-कश्मीर के लिए मौसम पूर्वानुमान जारी किया है। विभाग ने जम्मू डिवीजन और दक्षिण कश्मीर के कई हिस्सों में हो रही भारी बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया है। 27 से 29 अगस्त के बीच कुछ इलाकों में हल्की बारिश या गरज-चमक के साथ बौछारें देखने को मिल सकती हैं। वहीं 30 अगस्त से 1 सितंबर के बीच जम्मू डिवीजन में फिर से मध्यम से भारी बारिश और गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना है।
जम्मू-कश्मीर में फ्लैश फ्लड की संभावना
फ्लैश फ्लड की संभावना कुछ संवेदनशील क्षेत्रों में बनी हुई है। भूस्खलन, कीचड़ धंसने, और पहाड़ों से पत्थर गिरने की घटनाएं कई इलाकों में हो सकती हैं। सभी नागरिकों को सलाह दी गई है कि वे नालों, नदियों, जल निकायों, और कमजोर ढांचों से दूर रहें। जम्मू डिवीजन के निचले इलाकों में जलभराव और बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो सकती है। सभी विभागों और नागरिकों से सतर्क और अपडेटेड रहने की अपील की गई है।
यात्रा न करने की सलाह
बता दें कि मंगलवार को ही जम्मू में माता वैष्णो देवी यात्रा मार्ग पर लैंड स्लाइड होने की वजह से 8 लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए। इसकी जानकारी श्राइन बोर्ड ने आधिकारिक 'एक्स' हैंडल के जरिए दी। इसी बीच, मंडलायुक्त जम्मू ने नोटिस जारी करते हुए कहा कि 27 अगस्त को आपातकालीन सेवाओं को छोड़कर सभी सरकारी कार्यालय और शैक्षणिक संस्थान बंद रहेंगे।माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर जानकारी देते हुए लिखा, "हाल ही में हुई लगातार बारिश और खराब मौसम को देखते हुए, सभी यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे मौसम ठीक होने पर अपनी यात्रा की योजना पुनः बनाएं।"
हिमाचल में भूस्खलन की दो बड़ी घटनाएं
पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश में दुकानों के ढह जाने, इमारतों के गिरने और राजमार्गों के टूटने की घटनाएं सामने आईं। राज्य में कुल 680 सड़कें बंद हो गईं, जिनमें मंडी और कुल्लू ज़िले सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। यह राज्य पहले ही कई भूस्खलनों और अचानक आई बाढ़ की तबाही झेल रहा है। हिमाचल प्रदेश में सोमवार शाम से पिछले 24 घंटे के दौरान 12 बार अचानक बाढ़ आई, भूस्खलन की दो बड़ी घटनाएं और बादल फटने की एक घटना दर्ज की गई है। लारगी बांध से 20,000 क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद मंगलवार को ब्यास नदी का जलस्तर और बढ़ गया। इसकी तेज धारा ने मनाली-लेह राजमार्ग के 200 मीटर हिस्से को बहा दिया, जिससे मार्ग बंद हो गया और पर्यटक फंस गए। Katra landslide | jammu and kashmir | jammu | jammu kashmir | Jammu Kashmir schools