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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। मुंबई में मराठी बनाम हिंदी का मुद्दा अब लोकल ट्रेनों तक पहुंच गया है। सेंट्रल लाइन की एक लोकल ट्रेन के लेडीज कोच में मराठी और हिंदी को लेकर महिलाओं के बीच तीखी बहस हो गई। सीट को लेकर शुरू हुआ मामूली विवाद देखते ही देखते भाषा को लेकर गरमा गया। इस घटना का वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो शुक्रवार शाम का बताया जा रहा है।
“हमारे मुंबई में रहना है तो मराठी बोलो”
वीडियो में एक महिला मराठी में दूसरी महिलाओं से कहती हुई सुनाई दे रही है, "हमारे मुंबई में रहना है, तो मराठी बोलो, नहीं तो बाहर निकलो।" इस पर अन्य महिलाएं भी बहस में कूद पड़ीं। घटना सेंट्रल रेलवे की लोकल ट्रेन के लेडीज बोगी में हुई। बढ़ते विवाद को देखते हुए रेलवे सुरक्षा बल (RPF) और जीआरपी ने मामले को गंभीरता से लिया है।
मराठी बनाम हिंदी विवाद का इतिहास
महाराष्ट्र में मराठी बनाम हिंदी विवाद लंबे समय से संवेदनशील मुद्दा रहा है। यह भाषाई अस्मिता, सांस्कृतिक पहचान और राजनीतिक विचारधाराओं से जुड़ा है। पिछले दिनों भी उत्तर भारतीयों की पिटाई के वीडियो वायरल हुए थे, जिनमें हिंदी का समर्थन करने वालों को निशाना बनाया गया।
pic.twitter.com/Goqk7VG5g2 Language LAFDA b/w womans in Mumbai local train
— LafdaGuy (@LafdaGuy) July 20, 2025
राज ठाकरे और MNS का रुख
Mumbai News:राज ठाकरे की पार्टी MNS लगातार मराठी को प्राथमिकता देने की मांग कर रही है। मराठी को स्कूलों में अनिवार्य करने और प्रशासन में बढ़ावा देने की बात कही जाती है। हालांकि, संतुलित भाषा नीति और हिंदी समेत अन्य भाषाओं के सम्मान की जरूरत पर भी जोर दिया जा रहा है।
मीरा रोड पर दुकानदार को मारा
हाल ही में महाराष्ट्र सरकार ने मराठी व अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों में हिंदी को तीसरी भाषा के रूप में अनिवार्य किया है, जिससे विवाद फिर बढ़ गया। इसी बीच मीरा रोड इलाके में एक दुकानदार की पिटाई का मामला सामने आया। राज ठाकरे ने सफाई दी कि यह पिटाई दुकानदार के रवैये के कारण हुई थी, न कि मराठी न बोलने की वजह से।
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