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Prayagraj violence: करछना में बवाल के बाद 75 गिरफ्तार, NSA समेत कई धाराएं लगीं

प्रयागराज के करछना के इसौटा गांव में हिंसा के बाद पुलिस का सख्त एक्शन, अब तक 75 गिरफ्तार, भीम आर्मी और आजाद समाज पार्टी के पदाधिकारी भी नामजद। NSA, गैंगस्टर एक्ट समेत कई धाराएं लागू।

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Dhiraj Dhillon
violence

नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क।  prayagraj violence News: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज की करछना तहसील के इसौटा गांव में रविवार को हुई हिंसा के बाद पुलिस प्रशासन ने सख्त रवैया अपनाया है। अब तक 75 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि 54 नामजद और 550 अज्ञात उपद्रवियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। हिंसा में शामिल 50 और लोगों की पहचान की जा चुकी है, जिनमें भीम आर्मी और आजाद समाज पार्टी से जुड़े कुछ पदाधिकारी भी शामिल हैं। इस मामले में बसपा प्रमुख मायावती ने बिना नाम लिए भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर पर हमला बोला है। पूर्व मुख्यमंत्री ने अपने भतीजेका नाम लेते हुए कहा कि आकाश के सक्रिय होने के बाद मौसमी मेंढक टर्राने लगे हैं।

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BSP Chief Mayawati
बसपा सुप्रीमो मायावती

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क्या था मामला?

13 अप्रैल को अनुसूचित जाति के देवीशंकर की हत्या के विरोध में भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद को मृतक के परिवार से मिलने आना था। इसके बाद वे कौशांबी में एक अन्य मामले में भी पीड़िता से मिलने वाले थे। लेकिन पुलिस ने कानून-व्यवस्था का हवाला देते हुए उन्हें सर्किट हाउस में नजरबंद कर दिया। इस कार्रवाई के विरोध में रविवार को समर्थकों ने हिंसक प्रदर्शन किया। इस दौरान पथराव, तोड़फोड़ और आगजनी की घटनाएं हुईं। पुलिस की गाड़ियों को नुकसान पहुंचाया गया और कई बाइकों में आग लगा दी गई।

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CHANDRASHEKHAR AZAD
Photograph: (Google)

पुलिस ने दिखाया एक्शन

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एसओजी और करछना पुलिस की संयुक्त टीमों ने रातभर छापेमारी कर 75 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया। CCTV फुटेज, वायरल वीडियो और मैन्युअल निगरानी के आधार पर उपद्रवियों की पहचान की गई। हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ NSA, गैंगस्टर एक्ट और दंगा संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। डीसीपी यमुनापार विवेक यादव ने कहा- हिंसा में शामिल किसी को बख्शा नहीं जाएगा और निर्दोषों को परेशान नहीं किया जाएगा। डीसीपी ने कहा- इलाके में कानून व्यवस्था पूरी तरह से कंट्रोल में है। गश्त और निगरानी लगातार जारी है। जो कानून अपने हाथ में लेंगे, उन्हें किसी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। दूसरी ओर भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर ने बयान जारी कर उपद्रवियों से किनारा किया और कहा कि जो लोग हिंसा में शामिल थे, वे संगठन से जुड़े नहीं हैं। उन्होंने कहा कि उनका संगठन संविधान के दायरे में रहकर शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन करता है। इसौटा गांव और आसपास के क्षेत्रों में भारी पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है। फ्लैग मार्च और ड्रोन से निगरानी की जा रही है ताकि दोबारा कोई माहौल न बिगाड़ सके। घटना के बाद कई बिना नंबर प्लेट वाली मोटरसाइकिलें बरामद हुई हैं, जिनके मालिकों का पता लगाया जा रहा है। ट्रैफिक पुलिस की मदद से चेचिस और इंजन नंबर के आधार पर आरोपियों की पहचान की जा रही है।

अब तक हुई पुलिस कार्रवाई एक नजर में

  • 500 से ज्यादा अज्ञात लोगों पर FIR
  • NSA, गैंगस्टर एक्ट समेत कई धाराएं
  • कुल 6 मुकदमे दर्ज (पुलिस, पत्रकारों, आम लोगों से मारपीट)
  • CCTV और मोबाइल फुटेज के जरिए आरोपी चिन्हित
  • डॉग स्क्वॉड और फॉरेंसिक टीम भी जांच में जुटी
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