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Photograph: (Google)
नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क।Prayagraj Violence News: प्रयागराज के करछना थाना क्षेत्र में हाल ही में हुई हिंसा पर आजाद समाज पार्टी के प्रमुख और नगीना सांसद चंद्रशेखर आजाद ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा- मुझे यह पूरी घटना एक साजिश लगती है, इसकी सीबीआई जांच कराकर सच्चाई सामने लाई जाए। मुझे लगता है कि प्रशासन कौशांबी में हुई घटना से ध्यान भटकाने का प्रयास किया जा रहा है। हमारे कार्यकर्ता संविधान में विश्वास रखते हैं, वे हिंसा नहीं करते। आजकल कई दलों के लोग भी नीला पटका पहन लेते हैं। मुझे नहीं पता कि यह सब किसने किया, क्योंकि मैं वहां मौजूद नहीं था। मैं मांग करता हूं कि इस पूरे मामले की CBI जांच हो ताकि सच्चाई सामने आ सके। अगर सरकार, पुलिस या प्रशासन हमारे लोगों को जानबूझकर निशाना बना रहा है, तो हम चुप नहीं बैठेंगे। हम लखनऊ में विरोध प्रदर्शन करेंगे।
पुलिस ने रोका, न्याय की मांग को बताया गया अवरोध
Prayagraj Violence: चंद्रशेखर आजाद ने बताया कि रविवार को वे प्रयागराज गए थे, जहां वे पाल समुदाय की एक बेटी के साथ हुए अन्याय और एक दलित युवक को जिंदा जलाए जाने के मामले में न्याय की मांग करने पहुंचे थे। उन्होंने कहा- मैं न्याय की गुहार लेकर गया था, लेकिन पुलिस ने मुझे भ्रमित कर सर्किट हाउस में ही रोक लिया। कहा गया कि थोड़ी देर में इंतजाम करने के बाद भेजेंगे, लेकिन मुझे जाने नहीं दिया गया। मैंने कहा कि अगर आप मुझे नहीं ले जा सकते तो पीड़ित परिवारों को बुला लीजिए, प्रशासन ने वो भी नहीं किया।
#WATCH | Delhi: On violence in Karchhana PS area of Prayagraj, Azad Samaj Party President and MP Chandrashekhar Azad says, "I think this is a conspiracy and has been done to divert attention from the incident that happened in Kaushambi. Our workers believe in the Constitution and… pic.twitter.com/eODNKBrCmC
— ANI (@ANI) June 30, 2025
प्रशासन पर गंभीर आरोप
Chandrashekhar Azad ने आशंका जताई कि प्रशासन खुद कुछ गलत कर रहा है। यदि ऐसा नहीं है तो मुझे पीड़ित परिवारों से क्यों नहीं मिलने दिया गया। तथ्य छिपाने के लिए प्रशासन ने पीड़ितों से मिलने से रोका। प्रशासन का यह रवैया कतई ठीक नहीं है। जनप्रतिनिधि होने के नाते मुझे पीड़ित परिवारों से मिलने का पूरा हक है। उन्होंने साफ किया है कि अगर सरकार और प्रशासन दलितों पर अत्याचार करेगा तो वह चुप नहीं बैठेंगे। मामले की निष्पक्ष जांच के लिए उन्होंने CBI जांच की मांग की है और चेतावनी दी है कि सीबीआई जांच नहीं कराई गई तो वे जल्द ही लखनऊ में आंदोलन करेंगे और दलितों की आवाज उठाने का काम करेंगे।