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Balasore self-immolation case: आत्मदाह‌ की जांच के लिए UGC ने बनाई फैक्ट फाइंडिंग कमेटी

बालासोर के फकीर मोहन कॉलेज में छात्रा की आत्महत्या के मामले की जांच के लिए UGC ने चार सदस्यीय फैक्ट फाइंडिंग कमेटी गठित की। कमेटी उत्पीड़न के आरोपों और संस्थान की नीतियों की समीक्षा करेगी।

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Dhiraj Dhillon
UGC
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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क।Odisa के बालासोर जिले में स्थित फकीर मोहन ऑटोनोमस कॉलेज की एक छात्रा द्वारा आत्मदाह करने के मामले में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने कड़ा संज्ञान लेते हुए चार सदस्यीय फैक्ट फाइंडिंग कमेटी गठित की है। यह कमेटी आत्महत्या की परिस्थितियों की जांच के साथ-साथ संस्थान में लागू उत्पीड़न विरोधी नीतियों और शिकायत निवारण तंत्र की समीक्षा करेगी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, छात्रा ने कॉलेज के एक फैकल्टी सदस्य द्वारा उत्पीड़न किए जाने के आरोप में आत्मदाह कर लिया था। इस गंभीर मामले को देखते हुए UGC ने तुरंत जांच कमेटी का गठन कर सात दिन में रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है।

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ये होंगे जांच समिति के सदस्य

  •  प्रो. राज कुमार मित्तल, गुरु गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी, नई दिल्ली – अध्यक्ष
  •  प्रो. सुषमा यादव, पूर्व सदस्य, UGC – सदस्य
  • डॉ. नीरजा गुप्ता, कुलपति, गुजरात यूनिवर्सिटी – सदस्य
  • डॉ. असीमा मंगला, संयुक्त सचिव, UGC – समन्वय अधिकारी

जांच के दिए गए ये प्रमुख बिंदु 

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  • आत्मदाह की परिस्थितियों की गहन जांच।
  • संस्थान की शिकायत निवारण प्रणाली, उत्पीड़न रोकथाम उपायों और छात्र सहायता तंत्र की कार्यक्षमता का मूल्यांकन।
  • UGC के 2015 के उत्पीड़न विरोधी नियमों के तहत संस्थान की अनुपालन स्थिति की समीक्षा।
  • ऑन-साइट निरीक्षण कर यह परखना कि दस्तावेज़ों से इतर वास्तव में क्या उपाय लागू हैं।
  • छात्रों, फैकल्टी, प्रशासकों और स्टाफ से बातचीत कर संस्थान की संस्कृति और चुनौतियों का आकलन।
  • भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों, इसके लिए सुधारात्मक सुझाव।

जानिए क्या है पूरा मामला

पीड़िता बीएड द्वितीय वर्ष की छात्रा थी, जिसने कॉलेज के एचओडी समीरा कुमार साहू पर यौन और मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए 12 जुलाई को खुद को आग लगा ली थी। आत्मदाह से पहले उसने कॉलेज प्रिंसिपल दिलीप घोष से शिकायत की थी, लेकिन उन्होंने उसे शिकायत वापस लेने की सलाह दी। यह खुद घोष ने स्वीकार किया था। घटना के बाद सरकार ने प्राचार्य दिलीप घोष और आरोपी प्रोफेसर समीरा साहू को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है। घोष को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। ओडिशा सरकार के उच्च शिक्षा विभाग ने पूरे मामले की गहन जांच के लिए एक विशेष समिति का गठन किया है। जांच के तहत सभी जिम्मेदार व्यक्तियों की भूमिका की समीक्षा की जाएगी। बता दें कि इस घटना से सोमवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ओडिशा स्थित एम्स के बर्न यूनिट का दौरा कर छात्रा के स्वास्थ्य की जानकारी ली थी। छात्रा के भाई ने बताया कि राष्ट्रपति भावुक हो गई थीं और उन्होंने बहन के ठीक होने की कामना की थी। घटना के बाद राजनीतिक माहौल गरमा गया है

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