नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क।
गूगूल मैप का इस्तेमाल करना कभी- कभी मुसीबत में डाल सकता है। उत्तर प्रदेश के देवबंद इलाके से ऐसी घटना सामने आई है। दरअसल, मेरठ के रहने वाला फिरोज अपने साथी नौशाद के साथ 5 फरवरी को वैगनआर कार से शामली जा रहा था। वहां उसे रोहाना टोल पर अपने दोस्त लियाकत से मिलना था।। लियाकत ने फिरोज को शामली करनाल चौक से सहारनपुर रोड पर जाने को कहा और फिरोज को लोकेशन भेजी।
मैप ने पहुचाया खेत
फिरोज ने गूगल मैप के सहारे सफर शुरु किया। करीब रात 2 बजे फिरोज अपना रास्ता भटक गया। उसने अपनी इसके बारे में लियाकत को भी जानकारी दी। लियाकत ने उसे हाईवे पर ही लौटने को कहा। जैसे ही फिरोज लौट रहा था तो रास्ता छोटा होने के कारण वो कार को ठीक से मोड नहीं पाया और कार बैक करते समय खेत में ही फंस गई। फिरोज और लियाकत ने देर रात तक खूब मशक्कत करते रहे फिर भी कार को निकाला नहीं जा सका।
मदद के नाम पर उडा ले गये कार
काफी देर तक इंतजार करने के बाद उन लोगों को बाइक पर तीन लोग आते हुए दिखे। वे लोग फिरोज और नौशाद की मदद करने इसी बीच एक युवक कार की ड्राइविंग सीट पर बैठ गया। जैसे ही कार खेत से बाहर निकली, युवक कार लेकर भाग गया और बाकी आरोपी बाइक पर फरार हो गए। कार में फिरोज में फिरोज का फोन भी था। उसने अपने दूसरे फोन से तुरंत डायल-112 पर घटना की सूचना दी।
300 मीटर की दूरी पर कार बरामद
फिरोज ने बताया कि मामले की जानकारी 112 पर पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले को संदिग्ध मानते हुए उसे ही हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी। पुलिस का कहना है कि कार घटना स्थल से 300 मीटर की दूर खड़ी मिली है। आसपास के सीसीटीवी को पुलिस खंगाल रही है। अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
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