अयोध्या, वाईबीएन डेस्क। अयोध्या के भव्य राम मंदिर में रामलला के दर्शन करने के लिए हजारों श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। अयोध्या (Ayodhya) में निर्माणाधीन श्रीराम मंदिर अब अपने अंतिम दौर में है। मंदिर परिसर में अभी भी निर्माण कार्य जारी है। भगवान श्री राम की नगरी अयोध्या को त्रेता युग की तर्ज पर विकसित करने की तैयारी है। अयोध्या में भव्य मंदिर के अलावा सरयु का सुंदर तट विकसित किया गया है। इसी कड़ी में मंदिर परिसर में उद्यान विकसित किया जाएगा। यह हरा-भरा और फूलों से सुशोभित उद्यान त्रेतायुग की अयोध्या नगरी की याद दिलाएगा। मंदिर परिसर का 60% हिस्सा उद्यान के लिए रखा जाएगा।
8 एकड़ भूमि में बनेगा खूबसूरत उद्यान
श्री राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने बताया, "कल बैठक में राम मंदिर की गैलरी के संबंध में चर्चा हुई। संग्रहालय श्रद्धालुओं के लिए अप्रैल 2026 तक खोल दिया जाएगा। मंदिर परिसर में पेड़-पौधों और पर्यावरण की दृष्टि से भी बैठक में चर्चा हुई। निर्णय लिया गया है कि कम से कम मंदिर परिसर का 60% हिस्सा उद्यान के लिए रखा जाएगा। कई स्थान उद्यान के लिए आरक्षित कर दिए गए हैं। लगभग 8 एकड़ भूमि पर एक उद्यान विकसित किया जाएगा। इसके लिए निरीक्षण करके उद्यान का आरक्षण किया जाएगा।"
फल-फूलों से सुशोभित होगी पंचवटी
अयोध्या स्थित राम मंदिर परिसर का लगभग 60 प्रतिशत हिस्सा हरियाली और पर्यावरण संरक्षण को समर्पित किया जाएगा। इस विशाल क्षेत्र में उद्यान, फलदार पौधे और धार्मिक प्रसंगों से युक्त स्थल विकसित किए जाएंगे। खासतौर पर 8 एकड़ में फैली पंचवटी बनाई जा रही है, जहां नियमित रूप से रामकथा के विभिन्न प्रसंगों को प्रदर्शित किया जाएगा। इस पूरे हरित क्षेत्र की देखरेख की जिम्मेदारी आंध्र प्रदेश की जेएमआर कंपनी ने स्वेच्छा से स्वीकार की है।
मंदिर परिसर होगा ‘जीरो डिस्चार्ज ज़ोन
पर्यावरणीय संतुलन को ध्यान में रखते हुए मंदिर परिसर को ‘जीरो डिस्चार्ज ज़ोन’ घोषित करने की दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं, ताकि अयोध्या के स्थानीय लोगों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। इसके लिए कई स्थानों का निरीक्षण कर उन्हें बागवानी और हरियाली के लिए आरक्षित कर दिया गया है।
राम मंदिर के 4 द्वार
इस बीच, राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियां भी जोरों पर हैं। राम दरबार समेत सभी मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा 5 जून को होगी। आपको बता दें कि भव्य राम मंदिर मंदिर के चार प्रमुख द्वार बनाए जा रहे हैं—उत्तर दिशा में एक द्वार, क्रॉसिंग 11 और क्रॉसिंग 3 पर दो द्वार, तथा मुख्य प्रवेश द्वार राम जन्मभूमि की ओर होगा। इन द्वारों के नाम भारत की चार प्रमुख वैदिक और भक्ति परंपराओं के महापुरुषों—रामानुजाचार्य, शंकराचार्य, माधवाचार्य और रामानंदाचार्य के नाम पर रखे जाएंगे। यह नामकरण भारत की आध्यात्मिक एकता और विविधता का प्रतीक होगा।
ayodhya ram mandir news। ayodhya ram mandir | ayodhya ram mandir