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लखनऊ, वाईबीएन नेटवर्क
उत्तर प्रदेश की विधानसभा में चल रहे बजट सत्र के दूसरे दिन विधायकों ने अपनी-अपनी बोली बोलकर अलग रंग जमा दिया। विधानसभा में कई विधायकों ने अपनी क्षेत्रीय भाषा में अपना भाषण दिया। इस लिस्ट में मथुरा से विधायक श्रीकांत शर्मा , केतकी सिंह और मनोज पांडेय का नाम शामिल है। बता दें यह देश की किसी भी विधानसभा में अपनी तरह का यह पहला प्रयोग है, जिसका उद्देश्य प्रदेश के आम नागरिकों, विशेषकर ग्रामीण अंचल के लोगों को लोकतांत्रिक प्रक्रिया से और अधिक जोड़ना है।
बता दें उत्तर प्रदेश की 18वीं विधानसभा अपने गठन के बाद से लगातार नई पहल स्थापित कर रही है। इसी क्रम में इस बार बजट सत्र में एक अनूठी पहल की गई है। विधानसभा की कार्यवाही हिंदी के साथ-साथ अवधी, ब्रज, भोजपुरी, बुंदेली और अंग्रेजी भाषाओं में भी सुनी जा सकेगी।
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ब्रज भाषा में बोले श्रीकांत शर्मा
यूपी विधानसभा में जारी बजट सत्र में मथुरा वृंदावन से विधायक श्रीकांत शर्मा ने अपनी बात विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना के सामने ब्रज में रखी। श्रीकांत शर्मा ने कहा- ऐसे तो तुमने बहुत अच्छे काम करें, पर ई काम बहुत जोरदार करा। हमारे जो छोटे बाल-गोपाल जो धीरे से बड़े हैरे उ अपनी स्थानीय बोली से जुड़ जात। अभी का है कि हम अपने घर में तो अपनी बोली बोले, लेकिन जैसे ही चौखट के बाहर निकलें, हमें बोलने में संकोच होत हैं, हम सकोच करे, अपनी बोली ना बोले। या जो प्रयास है, याने हमारो मन बहोत अच्छो कर दियो।
भोजपुरी में बोलीं केतकी सिंह
बलिया से बीजेपी विधायक केतकी सिंह ने भोजपुरी में भाषण दिया। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को धन्यवाद दिया है। केतकी सिंह ने भोजपुरी में कहा, - माननीय अध्यक्ष जी समस्त सदन हम आप सबके प्रणाम कईल चाह तानी। आ बड़ा गर्व से अध्यक्ष जी, प्रदेश के मुख्यमंत्री आ आपके खासकर धन्यवाद कईल चाहतानी। कि भोजपुरी जैईसन भाषा, जे इतना प्यारा बा। विपक्ष के भी तोहरा गला लगावल चाही। ऐतना प्यारा भाषा बा। ऐ पत्रकार जा दवा के छापही लोग। दुनिया के पता चली की यूपी में लोग आपन भाषा बोली जा। जेकरा के बोले में समझे में दिक्कत बा, कौनो दिक्कत नईखे। हिंदी में बोली, भोजपूरी में बोली, जौन आवत तौन बोली, ना बोलेकह त घर जाई।
बलिया के बांसडीह की विधायक श्रीमती केतकी सिंह जी का उत्तर प्रदेश विधान सभा बजट सत्र में भोजपुरी में दिया गया भाषण 25 करोड़ भोजपुरी भाषियों के सम्मान का प्रतीक है।
— Yogi Updates (@YogiUpdates) February 19, 2025
भोजपुरी भाषा को विधान सभा में मान-सम्मान दिलाने के लिए उनका आभार!@KetakeesinghMLA
(वीडियो 19 फरवरी, 2025) pic.twitter.com/Ol0atFOuAz
अवधी में बोले मनोज पांडेय
सीतापुर से भाजपा के विधायक मनोज कुमार पांडे ने अवधी मेंअपना भाषण दिया। मनोज कुमार पांडे ने कहा, हम काहा चाहीत हैं जो रास्ता दिया गया विधानसभा को औऱ जिस प्रस्ताव को हमने पढ़ा। जिसमें ब्रज, बूंदेली, अवधी इन सब भाषाओं को लावा गवा। हम सब जब हिया सदन से जाईथ हैं त जब घरा पहुंचईथ है त सब एही भाषा बोलीथ हैं। जितना जने हिया बैठथ है सब, चाहे लड़का से नातेदार से बच्चा से मेहरारू से। हमका बड़ा अचरज भा। आगे उन्होंने ने कहा, - विरोध करने वालों के खिलाफ कई लोगों का फोन आया और बोले कौन है तो हमारी भाषा का विरोध कर रहे हैं।
"कोस कोस पर बदले पानी, चार कोस पर वाणी"
— SANJAY TRIPATHI (@sanjayjourno) February 19, 2025
यूपी विधानसभा सदन में आज श्रीकांत शर्मा ने ब्रज भाषा, मनोज पांडेय ने अवधी और केतकी सिंह ने भोजपुरी भाषा में सम्बोधित किया। सुनिए और आनंद लीजिए… pic.twitter.com/Cg45wfQzr3
विधानसभा में फ्लोर लैंग्वेज बनी उर्दू
बजट सत्र के पहले दिन विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने फ्लोर लैंग्वेज के रूप में अंग्रेजी की जगह उर्दू को अपनाया, उन्होंने कहा- अंग्रेजी की जरूरत नहीं है और उर्दू हमारी दूसरी भाषा है। इस पर सीएम योगी ने हिंदी और अन्य क्षेत्रीय भाषाओं का मुद्दा उठाते हुए विपक्ष को कटघरे में खड़ा किया। सीएम ने कहा कि विपक्ष हर अच्छे काम का विरोध करता है। ये वही लोग हैं जो उर्दू की वकालत करते हैं, लेकिन भोजपुरी और अवधी जैसी भाषाओं का विरोध करते हैं।