/young-bharat-news/media/media_files/2025/06/24/mussoorie-landslide-2025-06-24-16-04-19.jpg)
00:00
/ 00:00
By clicking the button, I accept the Terms of Use of the service and its Privacy Policy, as well as consent to the processing of personal data.
Don’t have an account? Signup
देहरादून, वाईबीएन डेस्क। मसूरी में मंगलवार भारी बारिश हुई, जिसके बाद मसूरी-धनोल्टी मार्ग पर कपलानी के निकट पहाड़ का एक बड़ा हिस्सा टूटकर सड़क पर आ गिरा। इसके साथ कई पेड़ भी गिर पड़े, जिससे मुख्य मार्ग पूरी तरह अवरुद्ध हो गया। इस घटना के कारण दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं और स्थानीय लोगों व पर्यटकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। स्थानीय निवासियों और राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग की त्वरित प्रतिक्रिया से राहत कार्य तुरंत शुरू किया गया। जेसीबी मशीन की मदद से सड़क पर गिरे भारी बोल्डर और पेड़ों को हटाया गया। स्थानीय लोगों ने भी सक्रिय भागीदारी निभाई और मशीनों के संचालन में सहयोग किया। मसूरी पुलिस ने मार्ग खुलने के बाद यातायात व्यवस्था को सुचारू किया।
करीब दो घंटे की कड़ी मेहनत के बाद मार्ग को आंशिक रूप से खोल दिया गया और यातायात धीरे-धीरे सामान्य होने लगा। प्रशासन की ओर से घटनास्थल पर सतर्कता बढ़ा दी गई है, और मौसम विभाग की चेतावनियों को ध्यान में रखते हुए आगे भी सावधानी बरतने की अपील की गई है।
स्थानीय प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि वे आवश्यक होने पर ही पर्वतीय मार्गों की यात्रा करें और मौसम से संबंधित सूचनाओं पर नजर बनाए रखें।
मसूरी में मानसून की पहली तेज़ बारिश ने नगर पालिका और प्रशासन की तैयारियों की पोल खोल दी। बार्लोगंज का मुख्य बाज़ार जलमग्न हो गया, जहां पानी की समुचित निकासी न होने के कारण दुकानों में पानी घुस गया, जिससे व्यापारियों को भारी नुकसान उठाना पड़ा। मुख्य मार्ग पर भी भारी जलभराव हो गया, जिससे लोगों को आवाजाही में काफ़ी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
स्थानीय लोगों और व्यापारियों का कहना है कि हर साल बारिश से पहले नालियों की सफ़ाई और जल निकासी व्यवस्था को दुरुस्त करने के दावे किए जाते हैं, लेकिन ज़मीनी हकीकत इससे बिल्कुल अलग होती है। तेज़ बारिश के कुछ ही मिनटों में सड़कों पर पानी भर गया और दुकानों में घुसते हुए माल को नुक़सान पहुंचा।
एक दुकानदार ने नाराज़गी जाहिर करते हुए कहा, “हर बार यही होता है। पालिका केवल काग़ज़ों पर तैयारियां करती है, लेकिन जब बारिश आती है तो सारी तैयारियाँ धरी की धरी रह जाती हैं।” स्थानीय नागरिकों ने प्रशासन से जल्द से जल्द जल निकासी व्यवस्था सुधारने की मांग की है। साथ ही, उन्होंने उन ठेकेदारों पर कार्रवाई की मांग भी की है जिन्होंने सड़क किनारे अनाधिकृत रूप से निर्माण का मलबा डाल रखा है। फिलहाल, मौसम विभाग ने आगामी दिनों में और अधिक बारिश की चेतावनी दी है, जिससे हालात और बिगड़ सकते हैं। uttarakhand news | Heavy Rainfall | Landslide | Uttrakhand Landslide