नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क।
एआई ने तकनीक की दुनिया को पूरी तरह से बदल के रख दिया है। मेडीकल से लेकर शोध एवं अनुसंधान, विज्ञान हर क्षेत्र में इसका इस्तेमाल किया जा रहा है। इसने मानवीय जीवन को बेहद आसान बना दिया है। ओपन एआई की चैटजीपीटी ने गूगल बाबा को भी पीछे छोड़ दिया है, जो हर सवाल का जवाब दे देता है। लेकिन चैटजीपीटी सवालों के जवाब ही नहीं देता बल्कि उन्हें हल भी कर देता है। हाल ही में ओपन एआई ने रेट्रो साइंस के सहयोग से चैटजीपीटी का ऐसा मॉडल बनाया है जो इंसानों की उम्र को 10 साल तक बढ़ा सकता है।
एक रिपोर्ट के अनुसार चैटजीपीटी इस पर लगभग एक साल से काम कर रहा था। ओपन एआई ने ‘जीपीटी 4 बी माइक्रो मॉडल’ बनाया है। इस मॉडल का उद्देश्य यामानाका प्रोटीन के बारे में अधिक जानकारी हासिल करना है। यामानाका प्रोटीन का एक ग्रुप है जो इंसान को सुंदर और जवान रखने के लिए जाना जाता है। इससे स्किन सेल्स पर उम्र का असर नहीं पड़ता है। रेट्रो बायोसाइंस का कहना है कि ये प्रोटीन इंसान के ओर्गन के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। इससे जीव विज्ञान के क्षेत्र में नए आयाम मिलेंगे।
पहले गूगल ने भी बनाया ऐसा मॉडल
ओपन एआई का चैटजीपीटी 4बी माइक्रो मॉडल गूगल के नोबेल पुरुस्कार विजेता अल्फाफोल्ड के मॉडल से काफी अलग है। अल्फाफोल्ड ने ऐसा मॉडल बनाया था जो प्रोटीन के बारे में भविष्यवाणी कर सकता है। ओपन एआई ने नई उम्मीद जगाई है। प्रोटीन के द्वारा शरीर की उम्र बढाना एआई मॉडल का एक बड़ा दावा है।
क्या है यामानाका प्रोटीन
यामानाका प्रोटीन का एक समूह जो, एजिंग को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। इससे अल्जाइमर जैसी गंभीर बीमारियों के बढंते खतरे को भी कम किया जा सकता है। यामानाका के माध्यम से शरीर की सेल्स को फिर से जीवित किया जा सकता है। कुछ समय पहले चूहों पर किए एक अध्ययन में ऐसा दावा किया गया।
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