नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क।
स्वर्ग के पक्षी या Birds-of-paradise अपने चमकीले और रंगीन पंखों के लिए जाने जाते हैं। हाल ही में किए एक अध्ययन से पता चला है कि वे पहले की अपेक्षा कहीं अधिक चमकदार दिखते हैं। शोधकर्ताओं ने पाया है कि 45 प्रजातियों में से 37 में बायो फ्लोरोसेंस (जीवित जीवों द्वारा प्रकाश का उत्सर्जन करने की प्रक्रिया) है। ये पक्षी कम फ्रीक्वेंसी होने पर लाइट छोडते हैं।
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लैब में किया अध्ययन
रॉयल सोसाइटी ओपन साइंस पत्रिका में प्रकाशित, मार्टिन और उनके सहयोगियों ने बताया उन्होंने अमेरिकन म्यूजियम ऑफ नेचुरल हिस्ट्री में पक्षी विज्ञान संग्रह में रखे Birds-of-paradise संरक्षित नमूनों का अध्ययन किया। टीम ने प्रत्येक प्रजाति के नर और मादा को एक अंधेरे कमरे में नीली रोशनी में रखा और उनसे निकलने वाले प्रकाश की तरंग दैर्ध्य और तीव्रता को रिकॉर्ड किया। कई बार तो पंखों से UV लाइट भी निकली
शरीर के इन अंगों से निकलती है रोशनी
Birds-of-paradise के नर पक्षी में उनके सिर, गर्दन, पेट और पूंछ के पंखों पर या चेहरे में बायोफ्लोरोसेंस पाया गया। इसके अलावा 16 प्रजातियों ने अपने मुंह और गले के अंदरूनी हिस्से में बायोफ्लोरोसेंस पाया गया। शोधकर्ताओं ने बताया कि लाइकोकोरैक्स, मनुकोडिया और फोनीगैमस की प्रजातियों में बायोफ्लोरेसेंस नहीं होता है। उन्होंने कहा कि यह इस विचार से मेल खाता है कि सभी बर्ड-ऑफ़-पैराडाइज़ के सामान्य पूर्वज में बायोफ्लोरेसेंस मौजूद था।
मादाओं में होता है अलग पैटर्न
मादाओं में ये घटना नर पक्षिओं से अलग हो सकती है। कई प्रजातियों के बायोफ्लोरेसेंट पंखों का स्थान अलग - अलग हो सकता है। मार्टिन ने कहा कि इस शोध से अच्छी तरह से अध्ययन किए गए पक्षियों पर नई रोशनी पड़ती है। उन्होंने कहा, "यहां तक कि बर्ड्स-ऑफ-पैराडाइज़ जैसे करिश्माई समूह, जिनका व्यापक रूप से अध्ययन किया गया है, अभी भी पक्षियों की दृष्टि, व्यवहार और उनके विज्ञान के बारे में नई जानकारी दे सकते हैं।
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