/young-bharat-news/media/media_files/2025/08/17/chief-election-commissioner-gyanesh-kumar-2025-08-17-15-43-58.jpg)
नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क।मुख्य चुनाव आयुक्त की रविवार को बुलाई गई प्रेस कांफ्रेंस किसी भी दृष्टि से सामान्य नहीं थी। मुख्य चुनाव अधिकारी ज्ञानेश कुमार की बॉडी लंग्वेज कुछ और ही कह रही थी। राहुल गांधी के आरोपों का जिक्र होते ही उनका चेहरा एकदम सख्त हो गया। भृकुटि तन हई और होंठे बुरी तरह भींच गए। जवाब देते हुए एक-एक शब्द में तंज था, तुर्सी थी और नाराजगी का गहरा व बेहद तीखा भाव था, मानो मुंह से शब्दों की जगह जैसे आग निकल रही हो।
#WATCH | दिल्ली: चुनाव आयोग को लेकर राहुल गांधी के आरोपों पर मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने कहा, "...या तो हलफनामा देना होगा या देश से माफ़ी मांगनी होगी। कोई तीसरा विकल्प नहीं है। अगर 7 दिनों के अंदर हलफनामा नहीं मिलता है तो इसका मतलब है कि ये सभी आरोप बेबुनियाद हैं..." pic.twitter.com/zoI1DUlpKs
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 17, 2025
तंज भरी जुबान में बोले सीईसी
लगभग दो घंटे लंबी इस प्रेस कांफ्रेंस में पत्रकारों ने सीधी और काफी तीखे सवाल किए। सीईसी ज्ञानेश कुमार ने सभी सवालों का सिलसिलेवार और कानूनी व नियम की परिधि में रहकर जवाब दिया, लेकिन जैसे ही राहुल गांधी के वोट चोरों की आरोप का जवाब देने की बारी आई। अचानक उनकी भृकुटि तनी और लहजा काफी सख्त हो गया। तमतमाए चेहरे के साथ उन्होंने साफतौर पर चैलेंस भरे अंदाज में कहा, य़ा तो सात दिन में वे जवाब दें, या फिर देश से माफी मांगे। राहुल गांधी के प्रेस कांफ्रेंस के बाद से टीवी चैनलों पर सूत्रों के हवाले से यही जवाब दिया जा रहा था। आज खुद चुनाव आयोग का पूरा लश्कर सामने आया और एक-एक सवाल का जवाब दिया।
नहीं दिया अनुराग ठाकुर पर जवाब
एक पत्रकार ने नाम लेकर पूछा, राहुल गांधी सवाल उठाते हैं तो चुनाव आयोग उनसे शपथपत्र मांगता है, लेकिन जब वायनाड, रायबरेली, गोल्डन हार्बर और अखिलेश की कन्नौज सीट में धांधली की शिकायत और आरोप भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर करते हैं तो कोई भी उनके शपथपत्र नहीं मांगता। इस पर भारत मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने कहा, "चुनाव आयोग सभी राजनीतिक दलों के साथ समान व्यवहार करता है, क्योंकि हर दल का जन्म आयोग में पंजीकरण से होता है।" सीईसी ने विपक्ष के 'वोट चोरी' के आरोपों के बीच रविवार को यह प्रेस कॉन्फ्रेंस की। रविवार को ही बिहार के सासाराम में राहुल गांधी ने वोट अधिकार यात्रा की शुरुआत की। प्रेस कांफ्रेंस में इसकी टाइमिंग को लेकर भी सवाल उठे, लेकिन आयोग के अफसर और सीईसी इसका सीधा जवाब देने से बचते नजर आए।
'आयोग के लिए कोई पक्ष या विपक्ष नहीं है, सभी दल समकक्ष'
मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, "चुनाव आयोग के लिए, कोई पक्ष या विपक्ष नहीं है, सभी समकक्ष हैं। चाहे किसी भी राजनीतिक दल का कोई भी हो, चुनाव आयोग अपने संवैधानिक कर्तव्य से पीछे नहीं हटेगा"। जब-जब प्रेस कांफ्रेंस में राहुल गांधी का जिक्र हुआ, इसका जवाब देते हुए सीईसी उतनी सहजता से जवाब नहीं दे रहे थे, जितनी सहजता और सरलता से उन्होंने अन्य सवालों का जवाब दिया। उन्होंने कहा कि मतदाता सूची और चुनाव के बीच अंतर है। इसी अंतर की जानकारी होनी चाहिए।
VIDEO | “It’s the primary responsibility of the Election Commission. What the Election Commission has said means that it accepts the allegations of fake voters made by Rahul Gandhi… If banks can keep track of people, why can't EC do the same?” says Congress leader Sandeep… pic.twitter.com/AI4KF34rJq
— Press Trust of India (@PTI_News) August 17, 2025
'त्रुटियों को सुधारने के लिए एसआईआर की शुरुआत'
उन्होंने कहा, "पिछले दो दशकों से, लगभग सभी राजनीतिक दल मतदाता सूची में त्रुटियों को सुधारने की मांग कर रहे हैं. इसी मांग को पूरा करने के लिए चुनाव आयोग ने बिहार से एक विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) की शुरुआत की है. एसआईआर की प्रक्रिया में सभी मतदाताओं, बूथ स्तर के अधिकारियों और सभी राजनीतिक दलों द्वारा नामित 1.6 लाख बीएलए ने मिलकर एक मसौदा सूची तैयार की है."
चुनाव आयोग की जिम्मेदारी निगरानी करना
कांग्रेस नेता और दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीली दीक्षित के पुत्र संदीप दीक्षित ने कहा, यह चुनाव आयोग की प्राथमिक ज़िम्मेदारी है। चुनाव आयोग ने जो कहा है, उसका मतलब है कि वह राहुल गांधी द्वारा लगाए गए फ़र्ज़ी मतदाताओं के आरोपों को स्वीकार करता है... अगर बैंक लोगों पर नज़र रख सकते हैं, तो चुनाव आयोग ऐसा क्यों नहीं कर सकता?" कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने चुनाव आयोग की इस टिप्पणी पर कि "लगता है कुछ राजनीतिक दलों ने मतदाता सूची की जाँच नहीं की,"।
#WATCH | दिल्ली: RJD नेता मनोज झा ने चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर कहा, "...यह संस्था (चुनाव आयोग) संविधान से पैदा हुई है, संविधान नहीं हैं... मैं उनसे (ज्ञानेश कुमार से) अनुरोध करूंगा कि वे सुकुमार सेन का स्मरण करें। आज की प्रेस कॉन्फ्रेंस में किसी भी ज्वलंत सवाल का जवाब… pic.twitter.com/mWzdC7Uuqi
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 17, 2025
चुनाव आयोग संविधान नहीं
RJD नेता मनोज झा ने चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर कहा, "...यह संस्था (चुनाव आयोग) संविधान से पैदा हुई है, संविधान नहीं हैं... मैं उनसे (ज्ञानेश कुमार से) अनुरोध करूंगा कि वे सुकुमार सेन का स्मरण करें। आज की प्रेस कॉन्फ्रेंस में किसी भी ज्वलंत सवाल का जवाब नहीं मिला, संविधान के नाम पर संविधान की धज्जियां नहीं उड़ाई जा सकतीं.. 2026 Lok Sabha elections | CEC Gyanesh Kumar news | Rahul Gandhi CEC reaction not present in content