/young-bharat-news/media/media_files/2025/08/17/befunky-collage-2025-08-17-14-01-24.jpg)
नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क: कांग्रेस ने एक बार फिर चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए हैं। राहुल गांधी द्वारा उठाए गए वोट चोरी और बिहार में एसआईआर प्रक्रिया के मुद्दे पर पार्टी ने शनिवार को आयोग पर संवैधानिक कर्तव्य निभाने में नाकाम रहने का आरोप लगाया।
चुनाव आयोग कर रहा है सारी हदें पार
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सांसद केसी वेणुगोपाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर कहा कि वोट चोरी और बड़े पैमाने पर धांधली के बावजूद चुनाव आयोग “बेशर्मी की सारी हदें पार कर रहा है।” उन्होंने लिखा कि संवैधानिक अधिकारियों से उम्मीद की जाती है कि वे लोकतंत्र की रक्षा करें, लेकिन आयोग अस्पष्ट प्रेस नोट जारी कर अपनी जिम्मेदारियों से बच रहा है। वेणुगोपाल ने आरोप लगाया कि आयोग ने मतदाता सूची देने से इनकार किया है। इसके साथ ही पहले से अपलोड की गई एसआईआर मसौदा सूची का मशीन-पठनीय संस्करण हटा दिया।45 दिनों में सीसीटीवी फुटेज मिटा दी।
विपक्षी सांसदों से मिलने से इनकार किया
सुप्रीम कोर्ट में यह दलील दी कि बिहार में एसआईआर प्रक्रिया के दौरान हटाए गए 65 लाख नामों के पीछे का कारण बताने के लिए बाध्य नहीं है और विपक्षी सांसदों से मिलने से इनकार किया। कांग्रेस सांसद के मुताबिक, यह साफ दर्शाता है कि बीजेपी-नियंत्रित चुनाव आयोग चुनावी धांधली की गंभीर चिंताओं को दूर करने के लिए कोई कदम नहीं उठाएगा।
चुनाव आयोग का जवाब
विपक्ष के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए चुनाव आयोग ने कहा कि मतदाता सूची में त्रुटियों को चिह्नित करने का सही समय दावों और आपत्तियों की अवधि होता है, जो मसौदा सूची प्रकाशित होने के बाद दी जाती है। आयोग के मुताबिक, ऐसा प्रतीत होता है कि कुछ राजनीतिक दल और उनके बूथ स्तरीय एजेंट (बीएलए) उस समय सूची की जांच करने में असफल रहे और त्रुटियों पर आपत्ति नहीं उठाई।