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Election Commission का राहुल गांधी पर पलटवार: 7 दिन में सबूत दें या देश से मांगें माफी

मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर अप्रत्यक्ष हमला बोलते हुए कहा कि चुनाव आयोग और मतदाता सूची पर लगाए गए उनके आरोप झूठे और निराधार हैं।

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Ranjana Sharma
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यूपी में पंजीकृत 115 राजनीतिल दल भारत निर्वाचन आयोग की सूची से बाहर Photograph: (google)

नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क: मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के आरोपों पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। राहुल गांधी का नाम लिए बिना उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग और मतदाता सूची को लेकर लगाए गए आरोप निराधार और झूठे हैं। उन्होंने साफ चेतावनी दी कि यदि आरोपों के समर्थन में सबूत हैं तो सात दिन के भीतर शपथपत्र (हलफनामा) देना होगा, अन्यथा पूरे देश से माफी मांगनी होगी।

वोटरों को अपराधी बताया 

ज्ञानेश कुमार ने कहा कि मतदाता सूची को शुद्ध करना साझा जिम्मेदारी है। बिहार में बूथ लेवल अधिकारी, बूथ लेवल एजेंट और राजनीतिक दल मिलकर इस प्रक्रिया को पूरा कर रहे हैं। उन्होंने आरोपों पर सवाल उठाते हुए कहा कि केवल एक पीपीटी दिखाकर यह दावा करना कि किसी महिला ने दो बार मतदान किया है, बेहद गंभीर और भ्रामक है। बिना हलफनामे के ऐसे गंभीर आरोपों पर चुनाव आयोग कार्रवाई नहीं कर सकता। सीईसी ने सख्त लहजे में कहा कि मेरे सभी वोटरों को अपराधी बताना और यह उम्मीद करना कि चुनाव आयोग चुप रहेगा, यह संभव नहीं है। आरोप लगाने वाले को या तो सबूत देना होगा या फिर देश से माफी मांगनी होगी, तीसरा कोई विकल्प नहीं है।

पूरे चुनाव तंत्र पर गंभीर आरोप लगाए गए

ज्ञानेश कुमार ने आगे कहा कि भारत में 60 फीसदी से अधिक मतदान होता है, जो दुनिया के कई बड़े लोकतंत्रों की तुलना में कहीं ज्यादा है। देश के पास दुनिया की सबसे बड़ी मतदाता सूची और चुनावी मशीनरी है। ऐसे में यह कहना कि अगर किसी का नाम दो बार सूची में है तो उसने दो बार वोट किया होगा, यह न केवल मतदाताओं बल्कि पूरे चुनाव तंत्र पर गंभीर आरोप है।

राजनीतिक दलों ने जिम्मेदारी नहीं निभाई

मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि 1 अगस्त के बाद से किसी भी राजनीतिक दल ने मसौदा मतदाता सूची पर कोई आपत्ति दर्ज नहीं कराई है। उन्होंने कहा कि इसके दो ही मतलब हो सकते हैं या तो मसौदा सूची बिल्कुल सही है, या फिर राजनीतिक दलों ने जिम्मेदारी नहीं निभाई। चुनाव आयोग मानता है कि त्रुटियां हो सकती हैं और उन्हें सुधारने की प्रक्रिया जारी है। अभी 15 दिन का समय बाकी है, सभी मान्यता प्राप्त दल अपनी आपत्तियां 1 सितंबर से पहले दर्ज कराएं। आयोग उन्हें दुरुस्त करने के लिए तैयार है।

election commission Election Commission on Rahul Gandhi
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