झारखंड, वाईबीएन नेटवर्क।
मंगलवार सुबह झारखंड के पलामू जिले के चैनपुर में पुलिस मुठभेड़ में कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू मारा गया। अमन साहू पर झारखंड और छत्तीसगढ़ सहित कई राज्यों में 150 से अधिक आपराधिक वारदातों का आरोप था। झारखंड पुलिस ने उसे हाल में अंजाम दी गई घटनाओं के संबंध में पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया था। मुठभेड़ में एक पुलिसकर्मी को भी गोली लगी है। जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
ये है पुलिस मुठभेड़ की कहानी
पुलिस की टीम अमन साहू को सोमवार की रात रायपुर से रांची ला रही थी, जब उसके गैंग ने पुलिस की गाड़ी पर बम से हमला किया। इससे पुलिस की गाड़ी असंतुलित हो गई। पुलिस का दावा है कि अमन साहू ने मौके का फायदा उठाने की कोशिश की और पुलिस का हथियार छीनकर भागने लगा। पुलिस ने उसे रोकने का प्रयास किया तो उसने फायरिंग कर दी। जवाब में पुलिस ने भी गोली चलाई, जिसमें अमन साहू मारा गया। पलामू की एसपी रीष्मा रमेशन ने पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में गैंगस्टर अमन साहू की मौत की पुष्टि की है।
इस बड़े मर्डर केस में आया था नाम
बता दें अमन साहू का नाम एनटीपीसी (NTPC) डीजीएम मर्डर केस में भी सामने आया था। हाल ही में 8 मार्च को झारखंड के हजारीबाग जिले में एनटीपीसी के डीजीएम रैंक के अधिकारी कुमार गौरव की अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। हमलावरों ने घात लगाकर इस वारदात को अंजाम दिया था और मौके से फरार हो गए थे। इस घटना को उस समय अंजाम दिया गया था, जब डीजीएम कुमार गौरव सुबह एनटीपीसी के क्रेडारी स्थित दफ्तर जा रहे थे।
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कौन था अमन साहू?
अमन साहू रांची के ठाकुरगांव के समीप मतबे गांब का रहने वाला था, उस पर झारखंड में रंगदारी, हत्या, एक्सटॉर्शन सहित 100 से ज्यादा मामले दर्ज थे। वह एक समय में हार्डकोर नक्सली भी था। करीब 2013 में उसने अपना गैंग बनाया था। उसे लॉरेंस बिश्नोई का करीबी माना जाता था। उसका नाम बीते साल मुंबई में हुई सलमान खान के दोस्त बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में भी सामने आया था।
अमन का अपराधिक इतिहास
अमन साहू का अपराधिक इतिहास काफी लंबा है। झारखंड और छत्तीसगढ़ सहित कई राज्यों में 150 से अधिक आपराधिक वारदातों का आरोप था। वह झारखंड के रामगढ़ और लातेहार में दो मामलों में अदालत से सजायाफ्ता था। झारखंड के रामगढ़ के एक आपराधिक मामले में उसे छह साल और लातेहार के एक मामले में तीन साल की सजा सुनाई गई थी। जांच में यह बात सामने आई थी कि अमन साहू के संबंध कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई से हैं। वह पूर्व में झारखंड की सरायकेला जेल में बंद था। 14 अक्टूबर, 2024 को छत्तीसगढ़ की पुलिस उसे प्रोडक्शन वारंट पर रायपुर ले गई थी। तभी से वह रायपुर जेल में बंद था। तीन दिन पहले रांची में कोल ट्रांसपोर्टर बिपिन मिश्रा पर फायरिंग की घटना की जिम्मेदारी भी अमन साहू के गैंग ने ली थी। अमन के सबसे खास गुर्गे मयंक सिंह ने इसे लेकर बकायदा सोशल मीडिया पर पोस्ट डाला था।
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मौत से कुछ घंटे पहले डाली थी फेसबुक पोस्ट
बताया जाता है कि अमन साहू फेसबुक पर भी काफी एक्टिव था। उसका सोशल मीडिया हैंडल विदेशों से ऑपरेट किया जाता था। हैरान की बात यह है कि एनकाउंटर से करीब 15 घंटे पहले अपने फोटो पोस्ट की थी। उसमें वो एक बड़े सोफे पर टशन में बैठा नजर आ रहा है। कुख्यात गैंगेस्टर अमन साहू को झारखंड पुलिस कड़ी सुरक्षा के बीच लेकर निकली थी। 12 मार्च को उसे एटीएस कोर्ट में पेश करना था।
अमन साहू की मौत झारखंड पुलिस के लिए एक बड़ी सफलता है। वह एक कुख्यात गैंगस्टर था जिसने कई आपराधिक वारदातों को अंजाम दिया था। उसकी मौत से झारखंड में अपराध की दर में कमी आने की उम्मीद है।