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Aman Sahu Encounter: यूपी के गैंगस्टर विकास दूबे की स्टाइल में हुआ झारखंड के इस डॉन का अंत

झारखंड पुलिस भी यूपी पुलिस की राह चल निकली है। तभी उसने कई पुलिस वालों के हत्यारोपी विकास दूबे को उसके अंजाम तक पहुंचाने की यूपी पुलिस की कॉपी करते हुए झारखंड में खौफ का नाम बन चुके अमन साहू को निपटा दिया। दोनों एनकाउंटर की कहानी मिलती-जुलती ही है।

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Vibhoo Mishra
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विकास दूबे
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झारखंड, वाईबीएन नेटवर्क। 

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लगता है झारखंड पुलिस भी यूपी पुलिस की राह चल निकली है। तभी उसने कई पुलिस वालों के हत्यारोपी विकास दूबे को उसके अंजाम तक पहुंचाने की यूपी पुलिस की कॉपी करते हुए झारखंड में खौफ का नाम बन चुके अमन साहू को निपटा दिया। दोनों एनकाउंटर की कहानी कुछ-कुछ मिलती-जुलती ही है। इधर अमन के एनकाउंटर के बाद झारखंड पुलिस सतर्क मोड में दिख रही है। डीजीपी खुद हजारीबाग़ पहुंचकर अधिकारियों संग स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। पुलिस को डर है कि कहीं अमन साहू गैंग उसकी मौत से बौखलाकर कोई बड़ा कांड ना कर दे। 

इस तरह हुआ अमन का अंत 

बता दें कि मंगलवार सुबह झारखंड के पलामू जिले के चैनपुर में पुलिस मुठभेड़ में कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू मारा गया। अमन साहू पर झारखंड और छत्तीसगढ़ सहित कई राज्यों में 150 से अधिक आपराधिक वारदातों का आरोप था। झारखंड पुलिस ने उसे हाल में अंजाम दी गई घटनाओं के संबंध में पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया था। मुठभेड़ में एक पुलिसकर्मी को भी गोली लगी है। जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। 

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ये है पुलिस मुठभेड़ की कहानी 

पुलिस की टीम अमन साहू को सोमवार की रात रायपुर से रांची ला रही थी, जब उसके गैंग ने पुलिस की गाड़ी पर बम से हमला किया। इससे पुलिस की गाड़ी असंतुलित हो गई। पुलिस का दावा है कि अमन साहू ने मौके का फायदा उठाने की कोशिश की और पुलिस का हथियार छीनकर भागने लगा। पुलिस ने उसे रोकने का प्रयास किया तो उसने फायरिंग कर दी। जवाब में पुलिस ने भी गोली चलाई, जिसमें अमन साहू मारा गया। 

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विकास दूबे की भी कुछ यही कहानी 

यूपी के चर्चित विकास दूबे एनकाउंटर की भी कुछ-कुछ यही कहानी थी। यूपी पुलिस उसे मध्य प्रदेश के उज्जैन से ट्रांजिट रिमांड पर ला रही थी। झांसी के पास पुलिस ने उसे मुठभेड़ मे घायल दिखते हुए अस्पताल में भर्ती कराया था जहां डॉक्टर्स ने उसे मरा हुआ घोषित कर दिया था। पुलिस ने बताया था विकास दूबे को ला रही यूपी पुलिस की गाड़ी हाइवे पर फिसल कर पलट गई थी। उसी दौरान विकास ने पुलिसकर्मी की पिस्टल छीनकर भागने का प्रयास किया था। रुकने की चेतावनी देने पर उसने पुलिस टीम पर फायरिंग शुरू कर दी थी। जवाबी कार्रवाई में वो मारा गया था। 

डीजीपी पहुंचे हजारीबाग

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झारखंड के डीजीपी अनुराग गुप्ता एनकाउंटर में अमन के मारे जाने के बाद मंगलवार दोपहर हजारीबाग पहुंचे। उन्होंने एनटीपीसी के पदाधिकारियों संग पुलिस सभागार में डेढ़ घंटे से भी ज्यादा समय तक बैठक की। इस बैठक में एनटीपीसी केरेडारी परियोजना के जीएम फैज तैयब समेत छह अन्य अधिकारी शामिल रहे। बैठक में क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था व हाल की घटनाओं को लेकर चर्चा हुई। 

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पूर्व मंत्री ने एनकाउंटर पर दी बधाई 

इस बीच झारखंड के पूर्व कृषि मंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता योगेंद्र साव एसडीओ से मिलने पहुंचे। उन्होंने अमन साव के एनकाउंटर पर खुशी जताई। डीजीपी को बधाई दी। उन्होंने कहा कि सिर्फ अमन ही नहीं, बल्कि उन सभी अपराधियों का एनकाउंटर होना चाहिए जो अपराधी गैंग बनाकर लोगों को प्रताड़ित और बर्बाद कर रहे हैं। योगेंद्र साव ने दावा किया कि बड़कागांव के लोगों को जेल से धमकी भरे फोन आ रहे हैं। विकास तिवारी जैसे अपराधी जेल से अपना गैंग चला रहे हैं। कोयला माफिया कई इलाकों में सक्रिय हैं। गज्जू साव इस अवैध कारोबार का प्रमुख व्यक्ति है।

 

 

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