Advertisment

"पाकिस्तान के लिए नई मुसीबत? बलूचिस्तान ने कर दिया बड़ा ऐलान"

बीएलए ने एक बयान जारी कर सनसनी फैला दी है। बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी के एक कमांडर ने दावा किया है कि यदि भारत पाकिस्तान के बीच युद्ध होता है तो वह भारत का साथ देंगे। इस ऐलान से पाकिस्तान में हड़कंप मचा हुआ है।

author-image
Ajit Kumar Pandey
PAKISTAN BALUCHISTAN, INDIA, HINDI NEWS
Listen to this article
0.75x1x1.5x
00:00/ 00:00

नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क ।बलूचिस्तान, पाकिस्तान का वह इलाका जो अपनी आजादी की मांग को लेकर दशकों से संघर्षरत है, एक बार फिर सुर्खियों में है। हाल ही में बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) ने एक बयान जारी कर भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को नई हवा दी है।

Advertisment

बीएलए के एक वरिष्ठ कमांडर ने दावा किया कि अगर भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध की स्थिति बनती है, तो उनका संगठन भारत के साथ खड़ा होगा। यह बयान उस समय आया है, जब भारत और पाकिस्तान के बीच नियंत्रण रेखा पर तनाव चरम पर है।

BLA का कहना है कि पाकिस्तान सरकार बलूचिस्तान के लोगों पर अत्याचार कर रही है। प्राकृतिक संसाधनों की लूट, मानवाधिकारों का हनन और स्थानीय लोगों को हाशिए पर धकेलने की नीति ने बलूचों को विद्रोह के लिए मजबूर किया है। बीएलए के अनुसार, पाकिस्तान की सेना और सरकार ने बलूचिस्तान को एक उपनिवेश की तरह इस्तेमाल किया है, जिसके खिलाफ अब बलूच जनता एकजुट हो रही है।

पाकिस्तान की नई चुनौती

Advertisment

इस बयान ने भारत-पाक संबंधों को और जटिल कर दिया है। बीएलए का यह दावा कि वह भारत का समर्थन करेगा, पाकिस्तान के लिए एक नई चुनौती बन सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह बयान क्षेत्रीय भू-राजनीति में एक नया मोड़ ला सकता है। बलूचिस्तान में चल रहे विद्रोह को पाकिस्तान हमेशा से भारत से जोड़कर देखता रहा है, और बीएलए का यह बयान इस दावे को और बल दे सकता है।

बलूचों ने कही बड़ी बात

हालांकि, बीएलए ने यह भी स्पष्ट किया कि उनकी प्राथमिकता बलूचिस्तान की आजादी है। संगठन का कहना है कि वह किसी भी देश के साथ गठजोड़ तभी करेगा, जब उससे बलूचिस्तान के हित पूरे हों। बीएलए ने यह भी आरोप लगाया कि पाकिस्तान सरकार शांति और युद्धविराम की बातें तो करती है, लेकिन हकीकत में वह बलूचों के खिलाफ सैन्य कार्रवाई को और तेज कर रही है।

Advertisment

भारत ने अब तक नहीं दी कोई प्रतिक्रिया

इस बीच, भारत ने इस बयान पर आधिकारिक रूप से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। लेकिन विदेश नीति के जानकारों का मानना है कि भारत इस स्थिति का इस्तेमाल पाकिस्तान पर दबाव बनाने के लिए कर सकता है। दूसरी ओर, पाकिस्तान ने बीएलए के बयान को भारत की साजिश करार दिया है। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने कहा कि यह बयान भारत की ओर से प्रायोजित आतंकवाद का सबूत है।

बलूचिस्तान का मुद्दा लंबे समय से अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए भी चिंता का विषय रहा है। मानवाधिकार संगठनों ने बलूचिस्तान में गायब हो रहे लोगों, जबरन अपहरण और सैन्य दमन की कई घटनाओं की निंदा की है। बीएलए का यह बयान न केवल भारत-पाक तनाव को बढ़ा सकता है, बल्कि बलूचिस्तान के स्वतंत्रता आंदोलन को भी वैश्विक मंच पर ला सकता है।

Advertisment

आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि बीएलए का यह बयान क्षेत्रीय समीकरणों को कैसे प्रभावित करता है। क्या बलूचिस्तान की यह जंग भारत और पाकिस्तान के बीच एक नए युद्ध का कारण बनेगी, या फिर यह केवल एक बयानबाजी तक सीमित रहेगी? इस सवाल का जवाब समय ही देगा, लेकिन फिलहाल यह साफ है कि बलूचिस्तान का मुद्दा एक बार फिर वैश्विक चर्चा का केंद्र बन गया है।

 india pakistan | India Pakistan border | breaking news india pakistan | Balochistan | Balochistan attack | Balochistan conflict | Balochistan history | Balochistan resources | International media on Balochistan |

breaking news india pakistan India Pakistan border Balochistan attack Balochistan india pakistan Balochistan conflict Balochistan history Balochistan resources International media on Balochistan
Advertisment
Advertisment