नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क।
जो व्यक्ति सोशल मीडिया को उपयोग करता है। उसे मीम्स में बेहतर पता होगा। इन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर किसी न किसी से जुडे मीम्स वाइरल दिन भर वाइरल होते रहते हैं। मीमर किसी को भी सोशल मीडिया सेंसेशन देते हैं। लेकिन आपको अगर ये कहा जाए कि मीम से पढाई बेहतर होती है तो शायद आप यकीन न करें पर एक अध्ययन में इसको लेकर दावे किए हैं। आपको ये जानकर आश्चर्य होगा कि मीम से सीखने की क्षमता में बहुत सुधार होता है और इससे विज्ञान के प्रति दृष्टिकोण बदलता है। हाल ही में मीम्स पर किए मीम पर आई एक रिपोर्ट में यह दावा किया है। एटेनियो डी मनीला विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने पाया है कि विज्ञान पढ़ाने के लिए इंटरनेट मीम्स का उपयोग करने से हाई स्कूल के छात्रों के सीखने में काफी सुधार हो सकता है।
सामने आए आश्चर्य जनक परिणाम
अध्ययन में कक्षा 11 के 200 से अधिक विद्यार्थिओं को दो भागों में बांटा गया, एक समूह को मीम्स के साथ विज्ञान पढाया और दूसरे समूह को बिना मीम्स के पढाया। इन छात्रों को पांच सप्ताह तक सेल डिवीजन और जेनेटिक जैसे कठिन विषय पढ़ाए गए, साथ ही इन छात्रों ने अपने ऊपर मीम भी बनाए। कुछ समय बाद उनका टेस्ट लिया। जब परिणाम सामने आए तो वे चौकाने वाले थे, जिन छात्रों ने मीम्स के साथ पढाई की थी, उनके अन्य छात्रों की तुलना में 21 प्रतिशत अधिक अंक थे। कुलमिलाकर मीम के सकारात्मक पक्ष सामने आए। इससे विज्ञान के विषयों को समझने में आसानी होती है। मीम पढ़ाई को आसान और मजेदार बनाते हैं। इसके अलावा कई अन्य शोधों में ऐसा दावा किया है कि पढाई को अगर आसान बनाना है तो इसे किसी मजेदार विषय से जोड़कर पढाना चाहिए। इससे बच्चे जल्दी सीखते हैं और उनका पढाई के प्रति डर की भावना दूर होती है।
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