नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क।
तोता को सबसे सुंदर पक्षिओं में से एक माना जाता है। हम सभी बचपन में अपने घर में इस बात की जिद करते थे कि हमें तोता पालना है। इसकी सबसे बडी वजह इसकी सुंदरता है। ये बडा ही कलरफुल पक्षी है। पुरी दुनिया में कई प्रकार के तोते पाए जाते हैं और ये कई रंग के होते हैं। हाल ही में वैज्ञानिकों ने इनके रंगों को लेकर एक शोध किया है। जिसमें इनके रंगदार होने के पीछे की वजह को जानने की कोशिश की गई है।
रंगों को लेकर किया शोध
शोधकर्ताओं ने बताया कि हमें कलरफुल पक्षी पसंद आते हैं , लेकिन हम इसके पीछे साइंस को जानने का प्रयास नहीं करते। शोधकर्ताओं ने इस सप्ताह साइंस जर्नल में प्रकाशित एक नए शोध में बताया कि एक एंजाइम द्वारा एक केमीकल की वजह से तोते के पंख का रंग निर्धारित होता है । इससे न केवल तोते के बारे में लंबे समय से चले आ रहे सवाल का जवाब देने में मदद करते हैं, बल्कि वे पूरे पशु जगत में विकास और रंग के बारे में भी जानकारी भी मिलती है।
यह भी देखें: 100 दिन बाद मिला खोया हुआ Female Dog, डॉग से लिपटकर रोया कपल
ये पिगमेंट है वजह
कुछ पक्षिओं का रंग लाइट के रिफ्लेक्ट होने पर चमकता है। जबकि कुछ में ये carotenoid पिगमेंट के कारण होता है। ज्यादातर पक्षी अपना पिगमेंट खुद बनाते हैं। जो वे खाते हैं, उन्हीं से उनका रंग बनता है। उदाहरण के लिए, फ्लेमिंगो झींगा खाने से उनका रंग गुलाबी होता है।
यह भी देखें: Chat GPT का दादी ने पहली बार किया इस्तेमाल, सवालों का मिला हैरान करने वाला जवाब
रंगों से करते हैं आकर्षित
तोते अपने पंखों के रंग को सिटाकोफुल्विन पिगमेंट को यूज करके डेवलप करते हैं। जिससे ये पक्षी किसी तरह से अपना रंग बदलकर लाल और पीले कर लेते हैं। पोर्टो विश्वविद्यालय के विकासवादी जीवविज्ञानी और नए अध्ययन के लेखक रॉबर्टो आर्बोरे कहते हैं कि तोते इन रंगो के इस्तेमाल से अपने साथी से संवाद करते हैं और उनको अपनी ओर आकर्षित करते हैं।